नई दिल्लीः राज्यसभा सचिवालय ने सोमवार को जानकारी दी कि लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद स्मृति ईरानी सहित द्रमुक नेता कनिमोई अब उच्च सदन के सदस्य नहीं रह गए हैं.
बहरहाल, भाजपा द्वारा इन तीन खाली सीटों पर लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के नेताओं को उच्च सदन के सदस्य बनने की संभावना जताई जा रही है. जिनमें लोजपा प्रमुख राम विलास पासवान व अन्य नेता शामिल हैं.
बता दें पासवान को राज्यसभा सदस्य बनाए जाने को लेकर भाजपा में सहमति बनी है. वे बिहार से राज्यसभा सदस्य बनाए जा सकते हैं. जहां से प्रसाद सदस्य थे. प्रसाद लोकसभा चुनाव में पटना साहिब सीट से निर्वाचित हुए हैं.
अमित शाह और स्मृति ईरानी के लोकसभा के लिए निर्वाचित होने के बाद गुजरात में दो सीटें खाली हुई हैं. जिनका प्रयोग ऐसे नेताओं को उच्च सदन का सदस्य बनाने में किया जा सकता है, जो आम चुनाव में तो हारे हैं लेकिन जिन्हें मंत्रिपरिषद में शामिल करना है.
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बता दें, आम चुनाव में शाह गुजरात की गांधीनगर सीट से और ईरानी उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट से निर्वाचित हुई हैं.
वहीं, दूसरी ओर कनिमोई तमिलनाडु की तूत्तुक्कुडि लोकसभा सीट से चुनाव जीती हैं.