नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी का निधन हो गया है. जेठमलानी 95 वर्ष के थे. बता दें, लंबी बीमारी के बाद आज पूर्व केंद्रीय मंत्री का निधन हो गया है. जेठमलानी के पुत्र महेश ने बताया कि उनके पिता का अंतिम सरकार यहां लोधी रोड स्थित शवदाहगृह में शाम को किया जाएगा.
पीएम मोदी ने जेठमलानी के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. प्रधानमंत्री ने परिजनों के साथ भी संक्षिप्त बात कर, उन्हें सांत्वना दी.
पीएम मोदी के अलावा कई अन्य राजनीतिक और कानूनी लोगों ने भी जेठमलानी को श्रद्धांजलि दी.
पुत्र महेश जेठमलानी ने बताया कि जेठमलानी ने नई दिल्ली में अपने आधिकारिक आवास में सुबह पौने आठ बजे अंतिम सांस ली. महेश और उनके अन्य निकट संबंधियों ने बताया कि उनकी तबियत कुछ महीनों से ठीक नहीं थी. उनके बेटे ने बताया कि कुछ दिन बाद 14 सितंबर को राम जेठमलानी का 96वां जन्मदिन आने वाला था.
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राम जेठमलानी का जन्म 14 सितंबर 1923 को सिंध प्रांत के शिकारपुर में हुआ था. उन्होंने ने 17 वर्ष की उम्र में अपनी लॉ की डिग्री प्राप्त की थी. आजादी के बाद वह मुंबई आ गए जहां पर उन्होंने वकालत जारी रखी. उन्होंने कई बड़े केस लड़े थे. उनका सबसे पहला चर्चित केस 1959 का केएम नानावती बनाम महाराष्ट्र राज्य था.
गौरतलब है कि इंदिरा गांधी केस के हत्यारों का केस, डॉन हाजी मस्तान और हर्षद मेहता जैसे कई मशहूर केस वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी के ही नाम हैं.
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इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों सतवंत सिंह और केहर सिंह के वकील के तौर पर भी जेठमलानी पेश हुए थे. उन्होंने इंदिरा गांधी के शव का पोस्टमार्टम करने वाले टी डी डोगरा द्वारा दिए गए मेडिकल प्रमाणों को चैलेंज किया था.
वर्ष 2010 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट बार असोसिएशन का अध्यक्ष चुना गया था. गौरतलब है कि छठे और सातवें लोकसभा चुनाव में जेठमलानी को भाजपा के टिकट पर मुंबई से सांसद चुना गया था.
आपको बता दें जेठमलानी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केंद्रीय कानून मंत्री और शहरी विाकस मंत्री रह चुके हैं. वहीं 2004 उन्होंने लखनऊ से पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था.