नई दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू जन संवाद को संबोधित करते हुए सरपंच अजय पंडिता को श्रद्धांजलि दी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हो रही इस वर्चुअल जनसभा में राजनाथ ने कहा कि वह देश के बहादुरों को सलाम करते हैं.
सिंह ने जम्मू जन संवाद को संबोधित करते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर की तस्वीर इतनी बदल जाएगी कि पीओके के लोग भी यहां रहना चाहेंगे.
साथ ही उन्होंने कहा कि 'भारत-चीन के बीच जो भी विवाद पैदा हुआ है, इस समय सैन्य लेवल पर बात चल जारी है. चीन ने भी यह इच्छा व्यक्त की है कि बात-चीत के द्वारा इसका समाधान निकाला जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश भी यही है कि सैन्य और डिप्लोमेटिक स्तर पर बात-चीत के द्वारा इसका समाधान निकाला जाए. रक्षा की दृष्टि भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है. राफेल लड़ाकू विमान सेना में शामिल होने के बाद हमारी वायु सेना की ताकत बढ़ जाएगी. हम किसी को डराने के लिए ताकत नहीं बढ़ाना चाहते, बल्कि अपनी सुरक्षा के लिए ताकत बढ़ाना चाहते हैं.
सिंह ने कहा कि पीएम मोदी ने आत्मनिर्भर भारत की बात कही है. मैं आपको यकीन दिलाना चाहता हूं कि भारत जिस दिशा में आगे बढ़ रहा है आगामी कुछ वर्षों में भारत को आत्मनिर्भर बनने से दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती है.
कोरोना संकट की घड़ी में अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री ने देशवासियों के लिए 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषण की.
उन्होंने कहा कि 2014 से लेकर 2019 तक जम्मू कश्मीर के विकास के लिए हमारी सरकार ने दो लाख करोड़ रुपये से अधिक आवंटित किए हैं.
उन्होंने कहा कि भाजपा ने जो कहा उसे अवसर मिलते ही उस काम को पूरा किया गया. सिंह ने कहा कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है जो कहती है, वह करती है.
सिंह ने कहा कि हमारे नेता अटल और आडवाणी ने इस चुनौती को स्वीकार किया और संकल्प लिया. जिसका परिणाम आज आप देख रहे हैं कि दो से लेकर दोबारा सरकार बनाने तक की यात्रा हमने की है.
राजनाथ ने कहा कि चुनौतियों पर विजय प्राप्त करने का नाम ही भाजपा है. 1984 में जब हमें मात्र दो सीटें प्राप्त हुई थी, तो राजनीतिक विश्लेषकों ने यह कहना शुरू कर दिया था कि भाजपा समाप्त हो जाएगी.
उन्होंने कहा कि दुनिया के कई मजबूत देश कोरोना महामारी के कारण लड़खड़ा गए हैं. भारत में प्रधानमंत्री ने कोरोना संकट को चुनौती के रूप में स्वीकार किया और कई बड़े और अहम फैसले लिए.
सिंह ने कहा कि कोरोना का संकट आने के बाद वर्चुअल रैली का सिलसिला भाजपा ने देश के कार्यकर्ताओं से और देश की जनता के साथ संवाद करने के लिए प्रारंभ किया है. उन्होंने कहा कि भारत की राजनीति डिजिटल दुनिया की ओर प्रस्थान कर चुकी है.