जयपुर : राजस्थान में विधायक खरीद-फरोख्त मामले में सामने आए ऑडियो क्लिप की जांच के लिए 8 सदस्यी स्पेशल टीम का गठन किया गया है. इस टीम में एसओजी के अलावा एटीएस, सीआईडी सीबी और जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के एक अधिकारी को शामिल किया गया है. टीम को पूरे मामले में गहनता से जांच करने और अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए हैं.
इस स्पेशल टीम की कमान पुलिस मुख्यालय की सीआईडी सीबी के पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा को सौंपी गई है. विकास शर्मा की सुपर विजन में ही शुक्रवार को एसओजी की एक टीम मानेसर (गुरुग्राम) पहुंची थी.
विकास शर्मा के अलावा इस टीम में एटीएस के एडिशनल एसपी धर्मेंद्र यादव, सीआईडी सीबी के एडिशनल एसपी जगदीश व्यास, जोधपुर पुलिस कमिश्नरेट के एसीपी कमल सिंह, एटीएस के डीवाईएसपी मनीष शर्मा, सीआईडी सीबी के पुलिस निरीक्षक कैलाश जिंदल, एटीएस के पुलिस निरीक्षक सुमन कविया और एटीएस के पुलिस निरीक्षक रमेश पारीक को शामिल किया गया है.
सीएम गहलोत ने राज्यपाल से मुलाकात की
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शनिवार को एक बार फिर राजभवन पहुंचे. उन्होंने राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात कर अपने पास बहुमत होने का दावा किया. साथ ही उन्होंने 102 विधायकों की सूची भी राज्यपाल कलराज मिश्र को सौंपी है. माना जा रहा है कि जल्द ही विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जा सकता है.
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बता दें कि राजस्थान सरकार को गिराने की कथित साजिश से जुड़े दो ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं. इसकी जांच राजस्थान पुलिस की विशेष कार्यबल (एसओजी) कर रही है.
एसओजी ने विधानसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक महेश जोशी की शिकायत पर इस संबंध में दो प्राथमिकी दर्ज की है. जिसके बाद अतिरिक्त महानिदेशक (एटीएस एवं एसओजी) अशोक राठौर ने एसपी सीआईडी (अपराध शाखा) विकास शर्मा के नेतृत्व में आठ सदस्यीय दल का गठन किया.
एसओजी इस मामले में होटल व्यावसायी संजय शर्मा को गिरफ्तार किया है, जो पुलिस की रिमांड में हैं.