बाड़मेर/नई दिल्ली: राजस्थान के बाड़मेर जिले में रविवार को एक धार्मिक आयोजन के दौरान पंडाल गिरने से तीन महिलाओं सहित 14 श्रद्धालुओं की मौत हो गयी. हादसे में लगभग 50 लोग घायल हुए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हादसे की जांच का आदेश दिया है तथा मृतकों के परिजन को 5-5 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अनेक नेताओं ने हादसे पर शोक व्यक्त किया है.
रविवार अपरान्ह यह यह हादसा उस समय हुआ जब बालोतरा कस्बे के पास जसोल धाम में एक स्कूल में कथा चल रही थी. तभी अंधड़ और बारिश के बीच पंडाल नीचे श्रद्धालुओं पर आ गिरा. सैंकड़ों श्रद्धालुओं को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला व वह नीचे दब गए. बालोतरा सीमावर्ती बाड़मेर जिले का एक कस्बा है.
बालोतरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतन लाल भार्गव ने कहा,' 14 व्यक्तियों की मौत हुई है और लगभग 50 अन्य घायल हुए हैं.' घायलों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि श्री राणी भटियाणी मन्दिर संस्थान जसोल के तत्वाधान में आयोजित यह रामकथा एक स्कूल में चल रही थी. कथाकार मुरलीधर महाराज कथा कर रहे थे इसी दौरान बारिश और तेज अंधड़ शुरू हो गया. अंधड़ इतना तेज था कि पूरा टेंट हवा में लहराने लगा. कथावाचक ने लोगों को आगाह करते हुए बाहर निकलने को कहा था लेकिन कुछ ही सेकंड में पूरा टेंट नीचे आ गिरा. सैकड़ों श्रद्धालु नीचे दब गए. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार टेंट के लोहे के खंबों में बिजली का करंट भी दौड़ गया लेकिन स्थानीय लोगों ने जैसे तैसे कर घायलों को निकाला और अस्पताल पहुंचाया.
मुख्यमंत्री गहलोत ने हादसे पर संवेदना व्यक्त करते हुए जोधपुर के संभागीय आयुक्त बी.एल. कोठारी को घटना की जांच के निर्देश दिए हैं. गहलोत ने हादसे की जानकारी मिलते ही प्रशासन, पुलिस, आपदा प्रबन्धन व चिकित्सा अधिकारियों को राहत व बचाव कार्य तथा उपचार के लिए उचित निर्देश दिए. उन्होंने हादसे में मारे गए लोगों के आश्रितों को पांच- पांच लाख रुपये की सहायता राशि देने के निर्देश दिए हैं. हादसे में घायलों को भी अधिकतम दो लाख रुपये की सहायता राशि दी जाएगी.
गहलोत सरकार पीड़ितों के साथ
गहलोत ने कहा कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार पीड़ितों के साथ है और उनकी हरसंभव मदद की जाएगी. मुख्यमंत्री ने रविवार शाम मुख्यमंत्री कार्यालय में उच्चाधिकारियों के साथ हुई आपात बैठक में जसोल में हुए हादसे के बाद राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा की.
पीएम ने शोक जताया
प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर खेद जताते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई है. प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्विटर हैंडल के जरिए उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य की प्रार्थना की है.
उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित अनेक नेताओं ने भी हादसे पर खेद जताया है. जैसलमेर बाड़मेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद व केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने हादसे पर खेद जताया है. चौधरी अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम छोड़कर दिल्ली से जोधपुर आ रहे हैं. वह कल प्रभावित परिवारों से मिलेंगे.
मरने वाले लोग
हादसे में मरने वालों में देवीलाल (बालोतरा), सुंदरदेवी निवासी जसोल, जबरसिंह (बालोतरा), केवलदास संत, पेमाराम, चंपालाल निवासी मूंगड़ा, अविनाश व्यास जोधपुर, इंदरसिंह जागसर, सांवलदास जसोल, मालसिंह अजमेर, रमेश कुमार जसोल, नेनूदेवी जसोल, जितेंद्र पारलू व नारंगी पत्नी जोगाराम पारलू है.
प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तेज अंधड़ और बारिश से गिरे पंडाल हादसे को लेकर गंभीर दिखे. सीएम गहलोत ने जसोल में हुए हादसे को देखते हुए बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन को तुरंत जयपुर से फोन किया. फोन कर सीएम ने कहा कि तुरंत बालोतरा अस्पताल पहुंचने और घायलों को मिल रहे इलाज पर निगरानी रखें.
सीएम ने विधायक जैन से पल-पल की जानकारी हासिल की. सीएम लगातार विधायक से फोन पर संपर्क में थे. सीएम गहलोत का विधायक मेवाराम जैन को अस्पताल भेजने के पीछे ये मकसद था कि घायलों को सारी सुविधाएं मिल रही है ना, साथ ही किसी भी तरह की असुविधा ना हो.
विधायक मेवाराम जैन के अनुसार जसोल हादसा बहुत बड़ा हादसा है. हादसा हुआ उस वक्त मेवाराम जैन बाड़मेर में थे. लेकिन जैसे ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का फोन आया तो 1 घंटे में बालोतरा के नाहटा अस्पताल पहुंचकर घायलों के इलाज के लिए बेहतर से बेहतर कैसे व्यवस्था हो इन सब चीजों पर मेवाराम जैन ध्यान दे रहे थे.
बाड़मेर कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन ने बताया कि हमारी सरकार इस बात पर गंभीर है कि किस तरीके से घायलों को बेहतर इलाज मिले और इसके लिए हम ने बकायदा जोधपुर, बाड़मेर जिला मुख्यालय से अलग-अलग मेडिकल टीम बुलाई है जो कि घायलों का इलाज कर रही है. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुझे कहा है कि किसी भी तरीके से घायलों को कोई भी तकलीफ नहीं होनी चाहिए. जिसके चलते प्रशासन हमले के साथी पूरा अस्पताल प्रशासन घायलों के इलाज में लगा हुआ है. वहीं विधायक जैन ने बताया है कि सीएम गहलोत सोमवार को हादसे से में मारे गए परिवारों से मिलेंगे और घटनास्थल का दौरा करने के बाद नाहटा अस्पताल आएंगे.
विधायक मेवाराम जैन के अनुसार जसोल हादसा बहुत बड़ा हादसा है. हादसा हुआ उस वक्त मेवाराम जैन बाड़मेर में थे. लेकिन जैसे ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का फोन आया तो 1 घंटे में बालोतरा के नाहटा अस्पताल पहुंच कर घायलों के इलाज के लिए बेहतर से बेहतर कैसे व्यवस्था हो इन सब चीजों पर मेवाराम जैन ध्यान दे रहे थे.