नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि दोस्ती का मतलब बदला लेना नहीं होता है. साथ ही उन्होंने कहा कि भारत को पहले अपनी जरूरतों का ख्याल रखना चाहिए. उसके बाद भारत को सभी जरूरतमंद देशों की मदद करनी चाहिए.
राहुल गांधी ने ट्वीट करके लिखा, 'दोस्ती का मतलब बदला लेना नहीं होता है. भारत को पहले अपनी जरूरतों का ख्याल रखना चाहिए और भारत को सभी जरूरतमंद देशों की मदद करनी चाहिए.'
राहुल ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि 'मित्रों' में प्रतिशोध की भावना? भारत को सभी देशों की सहायता के लिए तैयार रहना चाहिए, लेकिन सबसे पहले जान बचाने की सभी दवाइयां और उपकरण अपने देश के कोने-कोने तक पहुंचना अनिवार्य है.
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बनाए गए अपने एक वीडियो मैसेज के जरिए कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, 'प्रधानमंत्री जी, भारत को न कोई डरा सकता है और न कोई धमका सकता है. भारत कभी किसी के आगे झुका नहीं. आज 130 करोड़ भारतीयों के लिए पहली आवश्यकता है कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ने की और इससे जीतने की. इसमें सबसे जरूरी है जीवन रक्षक दवाईयां यानी हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन जैसी अन्य दवाईयां. किसी विदेशी ताकत के दवाब में झुक कर या उनसे डर कर इन दवाइयों का विदेश में निर्यात करना राष्ट्र धर्म का अनुपालन नहीं हो सकता.
उन्होंने कहा कि सबसे पहले भारतीयों का सुरक्षा चक्र मजबूत करिए और हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन जैसी दवाओं के निर्यात के बारे में गहन चिंतन करिए, क्योंकि इस बीमारी से लड़ने वाली इस दवाई की सबसे ज़्यादा आवश्यकता है और यह अधिकार भारतीयों का है. यही सच्चा राजधर्म है.
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प्रधान मंत्री जी,
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 7, 2020 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
कोरोना से जंग में “हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन” जैसी जीवन रक्षक दवाइयों पर पहला अधिकार हर भारतीय का है।
भारतीयों के हितों को ध्यान न रखकर इनका निर्यात राज धर्म की अनुपालना नही।
‘राष्ट्र हित’ ‘मित्र हित’ से बड़े हैं।
हमारा वक्तव्य-: pic.twitter.com/e9QtrNyJOr
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— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 7, 2020
कोरोना से जंग में “हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन” जैसी जीवन रक्षक दवाइयों पर पहला अधिकार हर भारतीय का है।
भारतीयों के हितों को ध्यान न रखकर इनका निर्यात राज धर्म की अनुपालना नही।
‘राष्ट्र हित’ ‘मित्र हित’ से बड़े हैं।
हमारा वक्तव्य-: pic.twitter.com/e9QtrNyJOrप्रधान मंत्री जी,
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) April 7, 2020
कोरोना से जंग में “हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन” जैसी जीवन रक्षक दवाइयों पर पहला अधिकार हर भारतीय का है।
भारतीयों के हितों को ध्यान न रखकर इनका निर्यात राज धर्म की अनुपालना नही।
‘राष्ट्र हित’ ‘मित्र हित’ से बड़े हैं।
हमारा वक्तव्य-: pic.twitter.com/e9QtrNyJOr
भारत ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन व पैरासिटामॉल के निर्यात से हटाया प्रतिबंध
वहीं कांग्रेस के नेता शशि थरूर ने भी ट्रंप को करारा जवाब देते हुए कहा कि वैश्विक मामलों में मेरे दशकों के अपने अनुभव में मैंने कभी किसी राज्य प्रमुख या सरकार को दूसरे देश की सरकार को इस तरह खुलेआम धमकी देते हुए नहीं सुना. मिस्टर प्रेसिडेंट! भारत में जो हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन बनती है. वह हमारी घरेलू आपूर्ति के लिए है. यह आपके लिए आपूर्ति का विषय तब बनेगा, जब भारत इस दवा को आप को बेचने का फैसला करता है.
गौरतलब है कि इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अगर भारत ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्विन दवा के निर्यात पर से प्रतिबंध नहीं हटाया तो अमेरिका जवाबी कार्रवाई कर सकता है.