नई दिल्ली : ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के एक दिन बाद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें भाजपा में सम्मान नहीं मिलेगा और वह संतुष्ट नहीं होंगे. यह पूछे जाने पर कि वह अपनी मुख्य टीम के सदस्यों को राज्यसभा क्यों नहीं भेज रहे हैं, राहुल ने कहा- 'मैं कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हूं, मैं राज्यसभा के प्रत्याशियों पर निर्णय नहीं ले रहा हूं.'
राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने भारत की अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया है और उनके मुंह से इसके बारे में एक शब्द भी नहीं निकलता. प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि वह देश की अर्थव्यवस्था के लिए क्या कर रहे हैं और इस हालत का कारण क्या है.
कांग्रेस नेता ने कहा, 'यह विचारधारा की लड़ाई है. जहां एक तरफ कांग्रेस है तो दूसरी तरफ भाजपा-आरएसएस हैं. मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया की विचारधारा को जानता हूं, वह कॉलेज में मेरे साथ थे, मैं उन्हें अच्छी तरह से जानता हूं. वह अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में चिंतित थे. उन्होंने अपनी विचारधारा को जेब में रख दिया और भाजपा के साथ चले गए.'
यह पूछे जाने पर कि वह अपनी मुख्य टीम के सदस्यों को राज्यसभा क्यों नहीं भेज रहे हैं, राहुल ने कहा- 'मैं कांग्रेस अध्यक्ष नहीं हूं, मैं राज्यसभा के प्रत्याशियों पर निर्णय नहीं ले रहा हूं. मैं देश के युवाओं को अर्थव्यवस्था के बारे में बता रहा हूं. मेरी टीम में कौन है, मेरी टीम में कौन नहीं है, इसका कोई महत्व नहीं है.'
ज्योतिरादित्य पर राहुल ने कहा, वास्तविकता यह है कि उन्हें वहां (भाजपा) सम्मान नहीं मिलेगा और वे संतुष्ट नहीं होंगे. उन्हें इसका एहसास होगा, मुझे पता है क्योंकि मैं सिंधिया का लंबे समय से दोस्त हूं. उनके दिल में क्या है और उनके मुंह से क्या निकल रहा है, वह एकदम अलग है.'
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राहुल ने कहा कि स्टाक मार्केट में जो आज हुआ, जो कल हुआ, लाखों लोगों का नुकसान हुआ, अर्थव्यवस्था की जो हालत है, वो सबको दिख रही है.
उन्होंने कहा, 'मैं कई दिनों से कह रहा हूं कि कोरोना वायरस एक गंभीर समस्या है. सरकार ने इसपर भी जिस प्रकार से एक्शन लेना था, वो नहीं लिया.'
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री को बताना चाहिए कि देश की अर्थव्यवस्था की ऐसी हालत क्यों हुई है? उनके पास इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए क्या नीति है.
उन्होंने कहा, ' युवाओं को प्रधानमंत्री से सवाल पूछना है कि उन्होंने रोजगार के लिए क्या किया है, यह नुकसान आपको होगा.
प्रधानमंत्री को अर्थव्यवस्था की स्थिति पर जवाब देना चाहिए : सुरजेवाला
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी कहा कि संसद का सत्र चल रहा है और ऐसे में प्रधानमंत्री को अर्थव्यवस्था की स्थिति पर जवाब देना चाहिए.
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'आजाद भारत में आज शेयर बाजार में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई, निवेशकों के 11 लाख करोड़ रुपये डूब गए. इसका सबसे ज्यादा नुकसान नौकरीपेशा लोगों और छोटे निवेशकों को हुआ है.
सुरजेवाला ने आरोप लगाया, 'भारत की अर्थव्यवस्था कोरोना वायरस से ग्रस्त है, लेकिन प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री मौन धारण किए हुए हैं.
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत 35 डॉलर के नीचे आ गई है, लेकिन देश में पेट्रोल 70 और डीजल 65 रुपये लीटर बिक रहा है.
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार पेट्रोल और डीजल की कीमत बढ़ाकर अपने खजाने भर रही है और आम लोगों को कोई राहत नहीं दे रही है.
भारतीय स्टेट बैंक के बचत खातों पर ब्याज में कटौती का उल्लेख करते हुए उन्होंने दावा किया, 'यह सब इसलिए किया जा रहा है ताकि यस बैंक में पैसा लगाया जा सके. सरकार के पूंजीपति मित्रों ने यस बैंक के कर्ज पर ब्याज नहीं दिया और अब आम लोगों से पैसा वसूला जा रहा है