नई दिल्ली: राफेल अब भारतीय वायु सेना का हिस्सा बनने जा रहा है. सितंबर महीने तक इसे शामिल कर लिया जाएगा. उसके बाद बिना सीमा पार किए ही, दुश्मनों पर निशाना साधा जा सकेगा. भारतीय सेना की ताकत में जबरदसत् इजाफा होगा.
इस मुद्दे पर ईटीवी भारत ने सुरक्षा विशेषज्ञ नितिन गोखले से बात की. उन्होंने कहा कि राफेल को लेकर जो विवाद हुआ, वो जरुरी नहीं था. राफेल एक आवश्यकता थी और उसको तुरंत खरीदा गया. उन्होंने कहा कि राफेल को सितंबर में भारतीय वायु सेना में शामिल किया जाएगा.
गोखले ने कहा कि राफेल निश्चित रूप से भारत की सुरक्षा के लिए अहम होगा. इससे भारतीय सेना को और बल मिलेगा. इस फाइटर जेट में विजुअल रेंज मिसाइल से 150 किमी दूर तक मार करने की क्षमता है. इससे पाकिस्तान में दुश्मनों को सीमा पार किए बिना निशाना बनाया जा सकता है.
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रक्षा सामाग्री की खरीद में होने वाली दलाली को लेकर उन्होंने कहा कि भारत में दलालों के लिए कई कानून है. वे रडार के अधीन हैं और रक्षा मंत्रालय में उनके दखल को भी सख्ती से प्रतिबंधित किया गया है.