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सितंबर में आएगा राफेल, बिना सीमा पार किए ही दुश्मनों पर साधेगा निशाना - rafale join september to air force

लंबे विवाद के बाद भारतीय वायु सेना में शामिल होगा राफेल. दुश्मनों को सीमा पार किए बिना बनाया जा सकेगा निशाना.

ईटीवी भारत से बात करते रक्षा विशेषज्ञ नितिन गोखले
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Published : Apr 6, 2019, 7:39 PM IST

नई दिल्ली: राफेल अब भारतीय वायु सेना का हिस्सा बनने जा रहा है. सितंबर महीने तक इसे शामिल कर लिया जाएगा. उसके बाद बिना सीमा पार किए ही, दुश्मनों पर निशाना साधा जा सकेगा. भारतीय सेना की ताकत में जबरदसत् इजाफा होगा.

इस मुद्दे पर ईटीवी भारत ने सुरक्षा विशेषज्ञ नितिन गोखले से बात की. उन्होंने कहा कि राफेल को लेकर जो विवाद हुआ, वो जरुरी नहीं था. राफेल एक आवश्यकता थी और उसको तुरंत खरीदा गया. उन्होंने कहा कि राफेल को सितंबर में भारतीय वायु सेना में शामिल किया जाएगा.

ईटीवी भारत से बात करते रक्षा विशेषज्ञ नितिन गोखले

गोखले ने कहा कि राफेल निश्चित रूप से भारत की सुरक्षा के लिए अहम होगा. इससे भारतीय सेना को और बल मिलेगा. इस फाइटर जेट में विजुअल रेंज मिसाइल से 150 किमी दूर तक मार करने की क्षमता है. इससे पाकिस्तान में दुश्मनों को सीमा पार किए बिना निशाना बनाया जा सकता है.

पढ़ें- वायुसेना ने अमेरिकी रिपोर्ट को खारिज किया, कहा- पाकिस्तानी एफ-16 को मार गिराया था

रक्षा सामाग्री की खरीद में होने वाली दलाली को लेकर उन्होंने कहा कि भारत में दलालों के लिए कई कानून है. वे रडार के अधीन हैं और रक्षा मंत्रालय में उनके दखल को भी सख्ती से प्रतिबंधित किया गया है.

नई दिल्ली: राफेल अब भारतीय वायु सेना का हिस्सा बनने जा रहा है. सितंबर महीने तक इसे शामिल कर लिया जाएगा. उसके बाद बिना सीमा पार किए ही, दुश्मनों पर निशाना साधा जा सकेगा. भारतीय सेना की ताकत में जबरदसत् इजाफा होगा.

इस मुद्दे पर ईटीवी भारत ने सुरक्षा विशेषज्ञ नितिन गोखले से बात की. उन्होंने कहा कि राफेल को लेकर जो विवाद हुआ, वो जरुरी नहीं था. राफेल एक आवश्यकता थी और उसको तुरंत खरीदा गया. उन्होंने कहा कि राफेल को सितंबर में भारतीय वायु सेना में शामिल किया जाएगा.

ईटीवी भारत से बात करते रक्षा विशेषज्ञ नितिन गोखले

गोखले ने कहा कि राफेल निश्चित रूप से भारत की सुरक्षा के लिए अहम होगा. इससे भारतीय सेना को और बल मिलेगा. इस फाइटर जेट में विजुअल रेंज मिसाइल से 150 किमी दूर तक मार करने की क्षमता है. इससे पाकिस्तान में दुश्मनों को सीमा पार किए बिना निशाना बनाया जा सकता है.

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रक्षा सामाग्री की खरीद में होने वाली दलाली को लेकर उन्होंने कहा कि भारत में दलालों के लिए कई कानून है. वे रडार के अधीन हैं और रक्षा मंत्रालय में उनके दखल को भी सख्ती से प्रतिबंधित किया गया है.

Intro:New Delhi: After much political controversy, French made Rafale fighter jets will join the Indian air force in September.


Body:"Rafale was an unnecessary controversy. It was a necessity and was an emergency purchase...Rafale will be inducted in to the Indian air force in September," said national security analyst Nitin Gokhle.

In fact, French ambassador to India Alexandre Ziegler in February has said that Rafale will be joining the Indian air force very soon.

"Rafale would definitely help the Indian security establishment. This fighter jet has the capacity to hit 150 km beyond visual range missile. In fact, enemies in Pakistan could be targeted without crossing the border," said Gokhale, an expert in defence sector. Gokhale is privy to the policies of the Governmnet of India's defence system.

Referring to the issue of brokers in Defence procurement, Gokhale said that their movements are restricted in the ministry.


Conclusion:"In India there is no legal sanction for brokers. They are under the radar and their movements are also strictly restricted in the defence ministry
...they operate under the shadow," said Gokhale.

end.
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