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हाथरस मामला : बैकफुट पर नजर आ रही योगी सरकार - alleged silence of bjp and politics

हाथरस मामले पर भाजपा चुप्पी साधे हुए है. हाथरस जाते समय कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया गया, इस दौरान कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी और राहुल गांधी के साथ यूपी पुलिस की धक्का-मुक्की कहीं न कहीं इसमें भाजपा बैकफुट पर जाती नजर आ रही है. पढ़ें वरिष्ठ संवाददाता अनामिका रत्ना की रिपोर्ट...

हाथरस मामला :
हाथरस मामला :
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Published : Oct 1, 2020, 8:50 PM IST

Updated : Oct 1, 2020, 10:59 PM IST

नई दिल्ली : हाथरस मामले पर भाजपा ने चुप्पी साध रखी है, जिस तरह से हाथरस मामले पर गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने मार्च कर गिरफ्तारियां दी. योगी आदित्यनाथ की सरकार ने इस मामले में जिस तरह जबरन रात के अंधेरे में पीड़िता का दाह संस्कार करवाया और मीडिया को जाने से रोका गया, कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी और राहुल गांधी के साथ यूपी पुलिस की धक्का-मुक्की, कहीं न कहीं मामले में योगी सककार बैकफुट पर जाती नजर आ रही है.

योगी सरकार बैकफुट नजर आ रही है
हाथरस घटना के बाद की घटनाओं पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं. केंद्र में भी भाजपा के तमाम अधिकारिक प्रवक्ताओं को इस पर मीडिया से बात नहीं करने की अंदर खाने सलाह दी गई है, लेकिन रात के अंधेरे में जिस तरह से उत्तर प्रदेश सरकार ने जबरन शव को जलवाया, मीडिया के प्रवेश पर रोक लगाया और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को रोकने के लिए जो जद्दोजहद की उसमें कहीं न कहीं सरकार की छवि धूमिल होती नजर आ रही है. सरकार जिस तरह से चीजों पर प्रतिबंध लगा रही थी, उस पर सरकार यह अनुमान लगा रही थी कि यह मामला राजनीतिक तूल नहीं पकड़ पाएगा, लेकिन उल्टे इस मामले पर योगी सरकार बैकफुट पर चली गई है.

कांग्रेस लगा रही आरोप
कांग्रेस आरोप लगा रही है की उत्तर प्रदेश की सरकार डंडे से राजनीति चलाना चाह रही है. यही नहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर यह भी आरोप लगाए जा रहे हैं कि हमेशा एंटी रोमियो स्क्वायड की बात करने वाले उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री का रोमियो स्क्वायड कहां था और ऐसी घटनाएं हो गईं, बावजूद उसके बाद कोई बड़ी कार्रवाई क्यों नहीं की गई.

चिराग पासवान ने की योगी से बात
वहीं बीजेपी गठबंधन की पार्टियों ने भी दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है. यह मामला दलित राजनीति से संबंधित मामला भी है और गुरुवार को फोन पर लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की. चिराग पासवान ने योगी आदित्यनाथ से इस मामले में कड़े कदम उठाने की मांग की. केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भी इस घटना पर चिंता जताते हुए योगी सरकार से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.

योगी सरकार से इस्तीफे की मांग
वहीं विपक्षी पार्टियां इस मामले पर एक सुर से योगी सरकार का इस्तीफा मांग रही हैं और उत्तर प्रदेश के कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही हैं. ऐसे में भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों और प्रवक्ताओं को भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधने की ही सलाह दी गई है. ईटीवी भारत ने कई प्रवक्ताओं से बात करने की कोशिश की, लेकिन सभी ने हाथरस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.

पीएम ने की योगी से बात
हालांकि, इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बुधवार को बात की थी, जिसकी जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद ट्वीट करके दी थी और कहा था कि प्रधानमंत्री चाहते हैं कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए, मगर जिस तरह से पीड़िता का आधी रात में अंतिम संस्कार करवाया गया. इस बात को लेकर विरोधी पार्टियां सवाल उठा रही हैं.

इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. यही नहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाने के भी निर्देश दिए हैं और चारों आरोपी को पुलिस के गिरफ्त में भी ले लिया है. बावजूद उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से राजनीति गरमा गई है. कहीं न कहीं सीधे तौर पर उत्तर प्रदेश प्रशासन के कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया जा रहा है, सरकार और केंद्र डैमेज कंट्रोल में जुट गई है.

कैलाश विजयवर्गीय का बयान
बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजय वर्गीय ने अपने बयान में हाथरस मुद्दे पर यहां तक कह दिया था कि योगी, जो वहां के मुख्यमंत्री हैं. मैं जानता हूं कि उनके प्रदेश में कभी भी गाड़ी पलट जाती है. आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा.

सूत्रों की मानें तो इस बयान के बाद पार्टी में अंदर खाने काफी बवाल मचा और उसके बाद ही पार्टी के नेताओं को इस मुद्दे पर किसी भी तरह की बयानबाजी करने से मना कर दिया है.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में हाथरस जैसी घटनाओं को सहन नहीं किया जाएगा और जो महिलाओं के विरूद्ध अपराध में संलिप्त होंगे, उनसे कठोरता से निपटा जाएगा.

उद्धव ठाकरे की प्रतिक्रिया
हाथरस मामले पर उद्धव ठाकरे का बयान सामने आया है. ठाकरे ने कहा कि जब ऐसी घटनाएं उत्तर प्रदेश में होती हैं, तो हम आमतौर पर कुछ समय के लिए इस पर चर्चा करते हैं और फिर भूल जाते हैं, लेकिन महाराष्ट्र में ऐसी घटनाएं होने नहीं दी जाएंगी.

ठाकरे ने कहा हाथरस-जैसी घटनाएं महाराष्ट्र में कभी सहन नहीं की जाएंगी. उत्पीड़न और छेड़छाड़ समेत महिलाओं के विरूद्ध किसी भी तरह के अपराध से कठोरता से निपटा जाएगा. उन्होंने बताया कि पुलिस का डर होना चाहिए और उन्हें क्षेत्र में ऐसी आपराधिक गतिविधियों को कुचल देना चाहिए.

राज ठाकरे का बयान
हाथरस मामले पर मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने ट्वीट कर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि यूपी के हाथरस में युवती के साथ हुए दुष्कर्म और कल उसकी भयानक चोटों के कारण उसकी मौत हो गई. इसके बाद पीड़िता के पार्थिव शरीर को उसके परिजनों को नहीं सौंपा गया. पुलिस द्वारा जल्दबाजी में पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया. इस मामले पर यूपी सरकार की जवाबदेही तय की जानी चाहिए.

राज ठाकरे का ट्वीट.
राज ठाकरे का ट्वीट.

नई दिल्ली : हाथरस मामले पर भाजपा ने चुप्पी साध रखी है, जिस तरह से हाथरस मामले पर गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने मार्च कर गिरफ्तारियां दी. योगी आदित्यनाथ की सरकार ने इस मामले में जिस तरह जबरन रात के अंधेरे में पीड़िता का दाह संस्कार करवाया और मीडिया को जाने से रोका गया, कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी और राहुल गांधी के साथ यूपी पुलिस की धक्का-मुक्की, कहीं न कहीं मामले में योगी सककार बैकफुट पर जाती नजर आ रही है.

योगी सरकार बैकफुट नजर आ रही है
हाथरस घटना के बाद की घटनाओं पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुए हैं. केंद्र में भी भाजपा के तमाम अधिकारिक प्रवक्ताओं को इस पर मीडिया से बात नहीं करने की अंदर खाने सलाह दी गई है, लेकिन रात के अंधेरे में जिस तरह से उत्तर प्रदेश सरकार ने जबरन शव को जलवाया, मीडिया के प्रवेश पर रोक लगाया और कांग्रेस नेता राहुल गांधी को रोकने के लिए जो जद्दोजहद की उसमें कहीं न कहीं सरकार की छवि धूमिल होती नजर आ रही है. सरकार जिस तरह से चीजों पर प्रतिबंध लगा रही थी, उस पर सरकार यह अनुमान लगा रही थी कि यह मामला राजनीतिक तूल नहीं पकड़ पाएगा, लेकिन उल्टे इस मामले पर योगी सरकार बैकफुट पर चली गई है.

कांग्रेस लगा रही आरोप
कांग्रेस आरोप लगा रही है की उत्तर प्रदेश की सरकार डंडे से राजनीति चलाना चाह रही है. यही नहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर यह भी आरोप लगाए जा रहे हैं कि हमेशा एंटी रोमियो स्क्वायड की बात करने वाले उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री का रोमियो स्क्वायड कहां था और ऐसी घटनाएं हो गईं, बावजूद उसके बाद कोई बड़ी कार्रवाई क्यों नहीं की गई.

चिराग पासवान ने की योगी से बात
वहीं बीजेपी गठबंधन की पार्टियों ने भी दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है. यह मामला दलित राजनीति से संबंधित मामला भी है और गुरुवार को फोन पर लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की. चिराग पासवान ने योगी आदित्यनाथ से इस मामले में कड़े कदम उठाने की मांग की. केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने भी इस घटना पर चिंता जताते हुए योगी सरकार से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है.

योगी सरकार से इस्तीफे की मांग
वहीं विपक्षी पार्टियां इस मामले पर एक सुर से योगी सरकार का इस्तीफा मांग रही हैं और उत्तर प्रदेश के कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही हैं. ऐसे में भाजपा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों और प्रवक्ताओं को भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधने की ही सलाह दी गई है. ईटीवी भारत ने कई प्रवक्ताओं से बात करने की कोशिश की, लेकिन सभी ने हाथरस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.

पीएम ने की योगी से बात
हालांकि, इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बुधवार को बात की थी, जिसकी जानकारी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद ट्वीट करके दी थी और कहा था कि प्रधानमंत्री चाहते हैं कि दोषियों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई की जाए, मगर जिस तरह से पीड़िता का आधी रात में अंतिम संस्कार करवाया गया. इस बात को लेकर विरोधी पार्टियां सवाल उठा रही हैं.

इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. यही नहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने पूरे मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में लाने के भी निर्देश दिए हैं और चारों आरोपी को पुलिस के गिरफ्त में भी ले लिया है. बावजूद उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से राजनीति गरमा गई है. कहीं न कहीं सीधे तौर पर उत्तर प्रदेश प्रशासन के कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया जा रहा है, सरकार और केंद्र डैमेज कंट्रोल में जुट गई है.

कैलाश विजयवर्गीय का बयान
बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजय वर्गीय ने अपने बयान में हाथरस मुद्दे पर यहां तक कह दिया था कि योगी, जो वहां के मुख्यमंत्री हैं. मैं जानता हूं कि उनके प्रदेश में कभी भी गाड़ी पलट जाती है. आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा.

सूत्रों की मानें तो इस बयान के बाद पार्टी में अंदर खाने काफी बवाल मचा और उसके बाद ही पार्टी के नेताओं को इस मुद्दे पर किसी भी तरह की बयानबाजी करने से मना कर दिया है.

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य में हाथरस जैसी घटनाओं को सहन नहीं किया जाएगा और जो महिलाओं के विरूद्ध अपराध में संलिप्त होंगे, उनसे कठोरता से निपटा जाएगा.

उद्धव ठाकरे की प्रतिक्रिया
हाथरस मामले पर उद्धव ठाकरे का बयान सामने आया है. ठाकरे ने कहा कि जब ऐसी घटनाएं उत्तर प्रदेश में होती हैं, तो हम आमतौर पर कुछ समय के लिए इस पर चर्चा करते हैं और फिर भूल जाते हैं, लेकिन महाराष्ट्र में ऐसी घटनाएं होने नहीं दी जाएंगी.

ठाकरे ने कहा हाथरस-जैसी घटनाएं महाराष्ट्र में कभी सहन नहीं की जाएंगी. उत्पीड़न और छेड़छाड़ समेत महिलाओं के विरूद्ध किसी भी तरह के अपराध से कठोरता से निपटा जाएगा. उन्होंने बताया कि पुलिस का डर होना चाहिए और उन्हें क्षेत्र में ऐसी आपराधिक गतिविधियों को कुचल देना चाहिए.

राज ठाकरे का बयान
हाथरस मामले पर मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने ट्वीट कर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि यूपी के हाथरस में युवती के साथ हुए दुष्कर्म और कल उसकी भयानक चोटों के कारण उसकी मौत हो गई. इसके बाद पीड़िता के पार्थिव शरीर को उसके परिजनों को नहीं सौंपा गया. पुलिस द्वारा जल्दबाजी में पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया. इस मामले पर यूपी सरकार की जवाबदेही तय की जानी चाहिए.

राज ठाकरे का ट्वीट.
राज ठाकरे का ट्वीट.
Last Updated : Oct 1, 2020, 10:59 PM IST
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