नई दिल्ली: कांग्रेस ने चुनाव आयोग से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. ये मांग दिवंगत प्रधानमंत्री राजीव गांधी पर की गई टिप्पणी के संदर्भ में है. कांग्रेस ने मांग की है कि पीएम के चुनाव प्रचार पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए.
सोमवार को कांग्रेस नेताओं की एक टीम ने चुनाव आयुक्तों से मुलाकात की. इसमें अभिषेक मनु सिंघवी, राजीव शुक्ला, सलमान खुर्शीद जैसे नेता शामिल थे. कांग्रेस की टीम ने चुनाव आयोग से मोदी के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए तत्काल कार्रवाई करने की मांग की और उक्त टिप्पणी को 'असभ्य, अवैध और भारतीय परंपराओं के खिलाफ' बताया.
सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा, 'हमने प्रधानमंत्री के प्रचार पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है. हमने चुनाव आयोग से कहा कि यह स्वयं उसकी विश्वसनीयता के लिए भी जरूरी है क्योंकि चुनाव आयोग ने पूर्व में शिकायत 30 दिन से अधिक समय तक लंबित रखी.'
उन्होंने कहा, 'चुनाव (पूरे होने) में करीब दो सप्ताह बचे हैं और प्रधानमंत्री के प्रचार पर तत्काल रोक लगनी चाहिए और कम से कम 24 घंटे का नोटिस दिया जाना चाहिए और कार्रवाई 48 घंटे की भीतर होनी चाहिए.'
मोदी ने गत शनिवार को उत्तर प्रदेश में एक रैली में कहा था कि कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के जीवन का अंत 'भ्रष्टाचारी नम्बर एक' के रूप में हुआ.
सिंघवी ने कहा कि ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री भारतीय संस्कृति से अवगत नहीं हैं. उन्होंने कहा कि देश में शीर्ष पद पर बैठे किसी व्यक्ति को ऐसी टिप्पणी करना शोभा नहीं देता.
सिंघवी ने कहा कि राजीव गांधी के खिलाफ अर्जी दायर होने के लगभग 14 वर्ष बाद उच्चतम न्यायालय ने उसे दो नवम्बर 2018 को खारिज कर दिया. उन्होंने कहा, 'मैं पूछना चाहता हूं कि यह देश कानून के शासन से चलता है या प्रधानमंत्री के बयान से.'
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इस बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने एक ट्वीट में कहा कि कांग्रेस प्रमुख और उनकी पार्टी एक ईमानदार प्रधानमंत्री की आलोचना एक 'चोर' के तौर पर कर सकती है और कोई आचार संहिता उन्हें ऐसा करने से नहीं रोक रही लेकिन यदि प्रधानमंत्री कांग्रेस विरासत को 'भ्रष्ट' कहें तो कांग्रेस पार्टी उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग करती है और चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराती है.
(भाषा इनपुट)