हैदराबाद: आज जहां देश मंगल पर घर बनाने की सोच कहा है, वहीं कुछ ऐसे लोग भी हैं जो पुरानी मान्यताओं को लेकर बैठे हुए हैं. ऐसा ही एक मामला तेलंगाना के जनगांव जिले में देखने को मिला. जनगांव जिले में गुरुवार को एक मंदिर में दलित को प्रवेश करने से रोक दिया गया. मंदिर के पुजारी ने दलितों को मंदिर में प्रवेश करने नहीं दिया. इस वजह से काफी हंगामा हुआ.
जाति पता चलते ही पुजारी को आया गुस्सा
बता दें, यह घटना जनगांव के धर्मकांचा की है. यहां के रहने वाले लक्कपल्ली भास्कर के बेटे के ऊपरी दांत पहले उग आए थे. इस वजह से कई लोगों ने उसे मंदिर में पूजा कराने की सलाह दी थी. बेटे के साथ कोई अनहोनी न हो जाए इसलिए लक्कपल्ली भास्कर परिवार समेत गणेश वाड़ा के अंजनि स्वामी मंदिर में पूजा कराने गया. जैसे ही वह मंदिर में प्रवेश करने लगा वैसे ही मंदिर के पुजारी अंजनेया शर्मा ने उसको रोक दिया.
अपमान होने पर दलित परिवार को हुआ दुखी
पूजा कराने से पहले मंदिर के पुजारी ने भास्कर से पूछा कि तुम्हारी जाति क्या है. यह सुनकर भास्कर को थोड़ा अजीब सा लगा. फिर उसने बताया कि वह अनुसूचित जाति का है. यह सुनकर पुजारी अंजनेया शर्मा भड़क गया और कहा कि अनुसूचित जाति के लोगों के लिए मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं है. यह सुनकर लक्कपल्ली भास्कर को बहुत दुख हुआ.
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पुलिस ने पुजारी को किया गिरफ्तार
पूरे इलाके में यह मामला फैल गया. दलित समुदाय के लोगों ने मंदिर के सामने विरोध प्रदर्शन किया. पीड़ितों ने दलित संगठनों के समर्थन से पुजारी अंजनेया शर्मा के खिलाफ पुलिस में शिकायत की. पुलिस ने मामला दर्ज कर पुजारी को गिरफ्तार कर लिया.