वॉशिंगटन/नई दिल्ली:अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत, पाकिस्तान के मुद्दे पर तनाव कम करने में सहायता का प्रस्ताव दिया है. हालांकि नई दिल्ली बार-बार यह कह चुका है कि कश्मीर मसला द्विपक्षीय है.
राष्ट्रपति ट्रंप ने 9 सितंबर को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर भारत-पाकिस्तान चाहें तो मैं उनकी सहायता करना चाहता हूं वे यह जानते हैं.
ट्रंप ने कहा कि 'जैसा कि आप जानते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे पर विवाद है. मुझे लगता है कि अब स्थिति दो सप्ताह पहले की स्थिति से कुछ कम तनावपूर्ण है'. बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति का यह बयान पिछले महीने फ्रांस में ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच जी7 सम्मेलन से इतर हुई वार्ता के बाद आया है.
बैठक में मोदी और ट्रंप इस बात पर सहमत हुए थे कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच का एक द्विपक्षीय मुद्दा है, जिसमें तीसरे पक्ष की कोई भूमिका नहीं है. डोनाल्ड ट्रंप ने इससे पहले भी कश्मीर मसले पर मध्यस्थता का प्रस्ताव दिया था, जब उन्होंने जुलाई में कहा था कि मोदी ने ओसाका में बैठक के दौरान उन्हें इसके (मध्यस्थता) लिए कहा था. ट्रंप के इस बयान पर काफी विवाद हुआ था.
भारत ने ट्रंप के इस बयान को खारिज कर दिया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कभी ऐसी बात कही है और जोर देकर कहा था कि कश्मीर एक द्विपक्षीय मुद्दा है. केंद्र की मोदी सरकार ने संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों रद्द करते हुए जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द कर दिया था. भारत के इस फैसले से पाकिस्तान काफी बौखलाया हुआ है. इसको लेकर दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है.
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भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति के आकलन पर एक सवाल का जवाब देते हुए ट्रम्प ने कहा कि उनके भारत और पाकिस्तान के साथ बहुत ही अच्छे रिश्ते हैं. वे जानते हैं कि मैं उनकी मदद करना चाहता हूं.