नई दिल्ली/भुवनेश्वरः केन्द्रीय पशुपालन मंत्री प्रताप सारंगी ने जम्मू-कश्मीर के अनुच्छेद 370 पर आयोजित एक जन जागरण सभा में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने जम्मू कश्मीर को विशेष अधिकार देने वाले अनुच्छेद का विरोध कर रही कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा.
सारंगी ने कहा कि जो लोग वंदे मातरम कहना स्वीकार नहीं करते है, उन्हें देश में रहने का कोई अधिकार नहीं है. उन्होंने कहा कि जब पूरे देश के विरोधी दल अनुच्छेद 370 को रद्द करने के फैसले का समर्थन कर रहे थे, तब कांग्रेस ने इस पर आपत्ति जाहिर की थी.
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने संसद के सदन में कांग्रेस नेताओं को बताया कि पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) और सियाचिन भी भारत का ही भाग है.
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सारंगी ने कहा कि जम्मू कश्मीर को प्राप्त विशेष राज्य का दर्जा हटाने का फैसला 72 वर्षों पहले ही लिया जाना चाहिए था. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि मोदी सरकार के कारण ही जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा खत्म हो पाया है.
सारंगी ने कहा कि 72 वर्षों बाद कश्मीर के लोगों को अधिकार मिलेगा. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में मौजूदा समय में शांतिपूर्ण माहौल है.
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में लोगों द्वारा जमीन खरीदना शुरु हो गई है और अब जम्मू कश्मीर की लड़कियां दूसरे प्रदेशों के लड़कों के साथ शादी कर सकती है.
प्रताप सारंगी ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद टुकडे-टुकडे गैंग और आतंकवादियों के समर्थक सबसे ज्यादा आहत हैं.'
बालासोर सांसद ने कहा कि देश के कुछ लोग यह साबित करने की कोशिश कर रहे हैं कि केन्द्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को हटाने का तरीका गलत था, जबकि पूरे विश्व के देशों ने जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा हटाए जाने की तारीफ की है.
उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 को खत्म करने के बाद कुछ लोग मानवाधिकारों के बारे में बात करतें हैं. सारंगी ने कहा कि जब कश्मीर में तैनात सैनिकों को बम से उड़ाया जाता है तो वह लोग मानविधारों के बारे में बात नहीं करते है.