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सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते समय सावधान रहें: प्रणब मुखर्जी - सोशल मीडिया पर पोस्ट करते समय रखें ये सावधानी

मीडिया पुरस्कार कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने लोगों को सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर सलाह दी. जानें क्या कहा पूर्व राष्ट्रपति ने....

प्रणब मुखर्जी
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Published : Aug 25, 2019, 8:37 PM IST

Updated : Sep 28, 2019, 6:08 AM IST

कोलकाता: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने लोगों को आगाह किया कि सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते समय सावधान रहें. उन्होंने तथ्यों की जांच के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि प्रिंट पत्रकारिता का पाठकों के बीच गहरा प्रभाव है. मुखर्जी ने कोलकाता में एक मीडिया पुरस्कार कार्यक्रम में यह बात कही.

भारत रत्न से सम्मानित मुखर्जी ने कहा, 'कई सामाजिक और सांप्रदायिक तनावों की जड़ें सोशल मीडिया पर शरारती लोगों द्वारा साझा की गईं अफवाहों में मिली हैं. यहां तक कि वे लोग जो नादानी में ऐसी पोस्ट शेयर करते हैं वे भी शरारत का हिस्सा बन जाते हैं.'

मुखर्जी ने प्रिंट मीडिया में खासा भरोसा होने की बात कहते हुए वहां मौजूद पत्रकारों को बताया कि जब भी वह समाचार पत्र पढ़ते हैं तो निश्चिंत होते हैं कि खबर संपादित और सत्यापित की गई होगी, सोशल मीडिया पोस्ट के मामले में ऐसा नहीं होता है.

उन्होंने कहा, 'इसलिये हमें सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते समय बेहद सावधान होने की जरूरत है.'

मीडिया पुरस्कार समारोह में पीटीआई के फोटो पत्रकारों स्वपन महापात्रा और अशोक भौमिक को क्रमश: फीचर में सर्वश्रेष्ठ फोटो पत्रकार और समाचार में सर्वश्रेष्ठ फोटो पत्रकार के पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

पढ़ें-कानूनों के सफल होने के लिए सार्वजनिक परामर्श जरूरी है: प्रणब मुखर्जी

इसके अलावा तमागना बनर्जी (टाइम्स ऑफ इंडिया) श्याम गोपाल राय (एई समय) विशाल श्रेष्ठ (दैनिक जागरण) को भी पुरस्कार से नवाजा गया.

वरिष्ठ पत्रकार मनोजीत मित्रा को 'सुमित सेन मेमोरियल लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड' से सम्मानित किया गया.

कोलकाता: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने लोगों को आगाह किया कि सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते समय सावधान रहें. उन्होंने तथ्यों की जांच के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि प्रिंट पत्रकारिता का पाठकों के बीच गहरा प्रभाव है. मुखर्जी ने कोलकाता में एक मीडिया पुरस्कार कार्यक्रम में यह बात कही.

भारत रत्न से सम्मानित मुखर्जी ने कहा, 'कई सामाजिक और सांप्रदायिक तनावों की जड़ें सोशल मीडिया पर शरारती लोगों द्वारा साझा की गईं अफवाहों में मिली हैं. यहां तक कि वे लोग जो नादानी में ऐसी पोस्ट शेयर करते हैं वे भी शरारत का हिस्सा बन जाते हैं.'

मुखर्जी ने प्रिंट मीडिया में खासा भरोसा होने की बात कहते हुए वहां मौजूद पत्रकारों को बताया कि जब भी वह समाचार पत्र पढ़ते हैं तो निश्चिंत होते हैं कि खबर संपादित और सत्यापित की गई होगी, सोशल मीडिया पोस्ट के मामले में ऐसा नहीं होता है.

उन्होंने कहा, 'इसलिये हमें सोशल मीडिया पर जानकारी साझा करते समय बेहद सावधान होने की जरूरत है.'

मीडिया पुरस्कार समारोह में पीटीआई के फोटो पत्रकारों स्वपन महापात्रा और अशोक भौमिक को क्रमश: फीचर में सर्वश्रेष्ठ फोटो पत्रकार और समाचार में सर्वश्रेष्ठ फोटो पत्रकार के पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

पढ़ें-कानूनों के सफल होने के लिए सार्वजनिक परामर्श जरूरी है: प्रणब मुखर्जी

इसके अलावा तमागना बनर्जी (टाइम्स ऑफ इंडिया) श्याम गोपाल राय (एई समय) विशाल श्रेष्ठ (दैनिक जागरण) को भी पुरस्कार से नवाजा गया.

वरिष्ठ पत्रकार मनोजीत मित्रा को 'सुमित सेन मेमोरियल लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड' से सम्मानित किया गया.

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WB-PRANAB-MEDIA
Be careful while sharing social media posts: Pranab Mukherjee
         Kolkata, Aug 25 (PTI) Affirming that print journalism
has the maximum impact among readers, former President Pranab
Mukherjee on Sunday cautioned people about sharing information
on social media, while underlining the importance of checking
facts.
         Speaking at a media awards function here, Mukherjee
said people should be careful while sharing information on the
social media.
         "Several social and communal tensions have traced
their roots to rumours shared over social media by mischievous
persons. Even people who innocently share such posts become
party to the mischief," the Bharat Ratna awardee said.
         Asserting he has great confidence in print media,
Mukherjee told the gathering of journalists that whenever he
reads newspapers, he is assured the report has been edited and
verified, which is not the case with social media posts.
         "This is why we need to be extremely careful while
sharing information on social media," he said.
         Mukherjee said, while medium of disseminating
information has evolved -- from scribbling notes to
typewriters and now mobile phones -- objectivity should not be
compromised with.
         "You (journalists) can be at liberty of expressing
your views as an individual in the editorial, but please
maintain objectivity in the news," he said.
         Mukherjee said journalists may look at news in
different angles and perspectives but they should not mix
their own views while presenting the facts.
         Lauding media's role in defending democratic ideas and
the Constitution, Mukherjee said media as the "fourth pillar
of democracy" holds other three pillars accountable to the
people.
         "With great power comes great responsibility," the 83
-year-old statesman said.
         He termed Bengal as the "cradle of Indian journalism",
where first Indian newspaper 'Hicky's Bengal Gazette' was
published in 1780.
         "Journalism played an exemplary role in our social
renaissance and freedom struggle of the country," Mukherjee
said in the media awards function.
         PTI photojournalists Swapan Mahapatra and Ashok
Bhaumik won the best photojournalist awards in feature and
news categories respectively.
         Tamaghna Banerjee (Times of India), Shyam Gopal Roy
(Ei Samay) and Vishal Shreshtha (Dainik Jagran) are among the
other journalists who won awards in general news category.
         Veteran journalist Manojit Mitra won the Sumit Sen
Memorial Lifetime Achievement Award. PTI SUS
ACD
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NNNN
Last Updated : Sep 28, 2019, 6:08 AM IST
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