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17वीं लोकसभा: संसद में पहले ही दिन हुआ साध्वी प्रज्ञा ठाकुर का विरोध, देखें वीडियो

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Published : Jun 17, 2019, 8:50 PM IST

भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को लोकसभा में पहले ही दिन विपक्षी विरोध का दंश झेलना पड़ा. संसद में शपथ के दौरान साध्वी का विपक्ष ने विरोध किया जिसके बाद वे तीन बार में अपनी शपथ पूरी कर पाईं. पढ़ें क्या है पूरा मामला....

सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर

नई दिल्ली: आम चुनावों के दौरान अपने बयानों के कारण विवादों का सामना करने वाली बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को लोकसभा में पहले दिन ही विपक्ष के विरोध का सामना करना पड़ा. दरअसल, जब वे शपथ ले रही थीं तो उन्होंने अपने नाम के साथ 'चिन्मयानंद अवधेशानंद गिरि' का नाम जोड़ दिया. इसके बाद विपक्ष ने विरोध करना शुरू कर दिया, जिससे बीजेपी सांसद तीन बार में शपथ पूरी कर पाईं.

साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के शपथ लेते विपक्ष ने किया विरोध. (सौ. राज्यसभा)

दरअसल, सोमवार को 17वीं सत्रहवीं लोकसभा के पहले सत्र के पहले दिन नए सदस्यों को शपथ दिलाई जा रही थी. जब मध्य प्रदेश के सदस्यों का नंबर आया तो भोपाल से निर्वाचित होकर आई साध्वी प्रज्ञा का नाम पुकारा गया. साध्वी प्रज्ञा ने संस्कृत में शपथ ली. उन्होंने अपना नाम साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर पूर्णचेतनानन्द अवधेशानंद गिरि बोला. उन्होंने अपनी शपथ पूरी करने के बाद 'भारत माता की जय' भी बोला. उनके इस नाम को लेकर कांग्रेस समेत विपक्ष के कुछ सदस्यों ने आपत्ति जताई.

पीठासीन अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने प्रज्ञा ठाकुर से संविधान या ईश्वर के नाम पर शपथ लेने को कहा. साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि वह ईश्वर के नाम पर ही शपथ ले रही हैं और अपना वही नाम ले रही हैं जो उन्होंने फॉर्म में भरा है. इस बीच कुछ देर तक लोकसभा के अधिकारी और कर्मचारी रिकार्ड में साध्वी प्रज्ञा का उल्लेखित नाम खोजते रहे. इसके बाद जब अध्यक्ष के हस्तक्षेप से हंगामा थमा तो ठाकुर ने शपथ-पत्र का नाम के बाद का हिस्सा ही पढ़ा. इस पर भी कांग्रेस के सदस्यों ने देर तक आपत्ति जताई.

हालांकि, कार्यवाहक अध्यक्ष कुमार ने आश्वासन दिया कि साध्वी प्रज्ञा का जो नाम निर्वाचन प्रमाणपत्र में लिखा होगा वही सदन के रिकार्ड में दर्ज किया जाएगा. साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने लेाकसभा चुनाव में भोपाल से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को हराया है. मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी प्रज्ञा महात्मा गांधी के हत्या के दोषी नाथूराम गोडसे और महाराष्ट्र एटीएस के पूर्व प्रमुख और मुंबई आतंकवादी हमले दौरान जान गंवाने वाले हेमंत करकरे के बारे में चुनाव प्रचार के दौरान दिए गए उनके बयानों को लेकर विवादों में रही हैं.

नई दिल्ली: आम चुनावों के दौरान अपने बयानों के कारण विवादों का सामना करने वाली बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को लोकसभा में पहले दिन ही विपक्ष के विरोध का सामना करना पड़ा. दरअसल, जब वे शपथ ले रही थीं तो उन्होंने अपने नाम के साथ 'चिन्मयानंद अवधेशानंद गिरि' का नाम जोड़ दिया. इसके बाद विपक्ष ने विरोध करना शुरू कर दिया, जिससे बीजेपी सांसद तीन बार में शपथ पूरी कर पाईं.

साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के शपथ लेते विपक्ष ने किया विरोध. (सौ. राज्यसभा)

दरअसल, सोमवार को 17वीं सत्रहवीं लोकसभा के पहले सत्र के पहले दिन नए सदस्यों को शपथ दिलाई जा रही थी. जब मध्य प्रदेश के सदस्यों का नंबर आया तो भोपाल से निर्वाचित होकर आई साध्वी प्रज्ञा का नाम पुकारा गया. साध्वी प्रज्ञा ने संस्कृत में शपथ ली. उन्होंने अपना नाम साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर पूर्णचेतनानन्द अवधेशानंद गिरि बोला. उन्होंने अपनी शपथ पूरी करने के बाद 'भारत माता की जय' भी बोला. उनके इस नाम को लेकर कांग्रेस समेत विपक्ष के कुछ सदस्यों ने आपत्ति जताई.

पीठासीन अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने प्रज्ञा ठाकुर से संविधान या ईश्वर के नाम पर शपथ लेने को कहा. साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि वह ईश्वर के नाम पर ही शपथ ले रही हैं और अपना वही नाम ले रही हैं जो उन्होंने फॉर्म में भरा है. इस बीच कुछ देर तक लोकसभा के अधिकारी और कर्मचारी रिकार्ड में साध्वी प्रज्ञा का उल्लेखित नाम खोजते रहे. इसके बाद जब अध्यक्ष के हस्तक्षेप से हंगामा थमा तो ठाकुर ने शपथ-पत्र का नाम के बाद का हिस्सा ही पढ़ा. इस पर भी कांग्रेस के सदस्यों ने देर तक आपत्ति जताई.

हालांकि, कार्यवाहक अध्यक्ष कुमार ने आश्वासन दिया कि साध्वी प्रज्ञा का जो नाम निर्वाचन प्रमाणपत्र में लिखा होगा वही सदन के रिकार्ड में दर्ज किया जाएगा. साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने लेाकसभा चुनाव में भोपाल से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को हराया है. मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी प्रज्ञा महात्मा गांधी के हत्या के दोषी नाथूराम गोडसे और महाराष्ट्र एटीएस के पूर्व प्रमुख और मुंबई आतंकवादी हमले दौरान जान गंवाने वाले हेमंत करकरे के बारे में चुनाव प्रचार के दौरान दिए गए उनके बयानों को लेकर विवादों में रही हैं.

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PRI GEN NAT
.NEWDEL PAR15
PAR-PRAGYA-OATH
Pragya creates controversy with her name during oath taking
         New Delhi, Jun 17 (PTI) BJP MP from Bhopal Sadhvi Pragya
Singh Thakur created a controversy on the first day of 17th
Lok Sabha Monday when she suffixed the name of her spiritual
guru with hers while taking oath, drawing objections from the
Opposition.
         Amid protests and shoutings, Thakur said that it was
her full name and she had mentioned that she had already
mentioned her full name in the form she had filled for oath
taking.
         The mention of Swami Purna Chetnanand Avdheshanand Giri
as suffix to her name Sadhvi Pragya Singh Thakur evoked sharp
reaction from the Opposition members who said that such a
thing was not permitted.
         She insisted that the suffix was part of her full name,
resulting in an uproar from opposition and slogan shouting in
her favour from the ruling benches.
         The Pro tem Speaker Virendra Kumar sought to know from
the Lok Sabha Secretary General, the full name.
Amid noise and objections, Kumar ruled that only the name
written in her election certificate issued by the returning
officer would go on record.
         Thakur, the Malegaon blast accused, took oath in Sanskrit
and ended it with 'Bharat Mata Ki Jai' slogan.
         Thakur routed Congress stalwart Digvijay Singh to enter
the Lok Sabha for the first time.
         Later, BJP members continued to raise 'Bharat Mata Ki
Jai' slogans, teasing the Opposition.
         They started raising slogan after oath taking by every
BJP member.
         After Ganjendra Umarao Singh Patel (BJP) completed his
oath with 'Bharat Mata Ki Jai', N K Premchandran (RSP)
urged the Pro tem Speaker to maintain the prescribed format of
the oath.
          The Pro tem speaker ruled that the members stick to the
format provided.
After this, the members of BJP started adding 'Bharat
Mata Ki Jai' after end of every oath.
         Some of the prominent names who took oath from Madhya
Pradesh included K P Yadav who defeated Jyotiraditya
Scindia, Rakesh Singh, Ramakant Bhargava and Nakul Nath.
         Indore MP Shankar Lalwani took oath in Sindhi. PTI DP CS
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