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पुलवामा हमले के बाद जैश के कमांडरों का हुआ सफाया

सोमवार को जवानों ने पुलवामा हमले के बाद जैश के कमांडरों का सफाया कर दिया. पुलवामा मे हुए दर्दनाक हादसे के बाद कमांडरों का सफाया किया गया. पढ़ें पुलवामा में हुए दुखद हादसे की पूरी कहानी..

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Published : Apr 22, 2019, 7:30 PM IST

जैश ए मोहम्मद के आतंकियों की तस्वीर

नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले के बाद भारत द्वारा एक टार्गेट एक्शन के तहत जैश ए मोहम्मद के अनकों कमांडरों का सफाया कर दिया गया.

दरअसल, जम्मू कश्मीर में इस साल 66 आतंकी मारे गए. 27 आतंकी पाक आतंकी संगठन के थे, जिनमें से 19 आतंकी फरवरी के बाद मारे गए थे, और 14 आतंकियों को पुलवामा हमले के बाद मारा गया.

पुलवामा हमले के 45 दिनों के अंदर जैश ए मोहम्मद की टीम के सारे आतंकियों का सफाया कर दिया गया.

इसके लिए विशेष अभियान चलाया गया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 4 जैश के आतंकवादी सीधे हमले में शामिल थे, जबकि 4 आतंकवादियों को अलग ऑपरेशन में अरेस्ट किया गया.

पढ़ेंः शोपियां एनकाउंटर में जैश के टॉप कमांडर सहित 2 आतंकी ढेर

आतंकवादियों में कामरान (18 फरवरी), मुशाशिर अहमद खान (11 मार्च), सज्जद भट (11 मार्च) को मार गिराया गया.

दो आतंकवादी, निसार अहमद तांत्रे और सज्जद आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के कारण एनआईए की कस्टडी में हैं.

सूत्रों के अनुसार तांत्रे ने यासिर से आईईडी की मदद लेकर आदिल अहमद डार की सहायता की थी. यासिर जैश ए मोहम्मद का आतंकी है.

आपको बता दें इस साल 14 फरवरी को दर्दनाक आतंकी हादसा हुआ था जिसमें 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हुए थे.

यह आतंकी हमला जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में उस समय हुआ था जब 2500 सीआरपीएफ के जवानों का काफिला गुजर रहा था, जवानों के काफिले पर आत्मघाती हमलावर के द्वारा अचानक हमला कर दिया गया. यह हमलावर अपनी गाड़ी में जम्मू कश्मीर हाइवे पर विस्फोटकों के साथ निकला था.

नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले के बाद भारत द्वारा एक टार्गेट एक्शन के तहत जैश ए मोहम्मद के अनकों कमांडरों का सफाया कर दिया गया.

दरअसल, जम्मू कश्मीर में इस साल 66 आतंकी मारे गए. 27 आतंकी पाक आतंकी संगठन के थे, जिनमें से 19 आतंकी फरवरी के बाद मारे गए थे, और 14 आतंकियों को पुलवामा हमले के बाद मारा गया.

पुलवामा हमले के 45 दिनों के अंदर जैश ए मोहम्मद की टीम के सारे आतंकियों का सफाया कर दिया गया.

इसके लिए विशेष अभियान चलाया गया. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 4 जैश के आतंकवादी सीधे हमले में शामिल थे, जबकि 4 आतंकवादियों को अलग ऑपरेशन में अरेस्ट किया गया.

पढ़ेंः शोपियां एनकाउंटर में जैश के टॉप कमांडर सहित 2 आतंकी ढेर

आतंकवादियों में कामरान (18 फरवरी), मुशाशिर अहमद खान (11 मार्च), सज्जद भट (11 मार्च) को मार गिराया गया.

दो आतंकवादी, निसार अहमद तांत्रे और सज्जद आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के कारण एनआईए की कस्टडी में हैं.

सूत्रों के अनुसार तांत्रे ने यासिर से आईईडी की मदद लेकर आदिल अहमद डार की सहायता की थी. यासिर जैश ए मोहम्मद का आतंकी है.

आपको बता दें इस साल 14 फरवरी को दर्दनाक आतंकी हादसा हुआ था जिसमें 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हुए थे.

यह आतंकी हमला जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में उस समय हुआ था जब 2500 सीआरपीएफ के जवानों का काफिला गुजर रहा था, जवानों के काफिले पर आत्मघाती हमलावर के द्वारा अचानक हमला कर दिया गया. यह हमलावर अपनी गाड़ी में जम्मू कश्मीर हाइवे पर विस्फोटकों के साथ निकला था.

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पुलवामा हमले के बाद जैश के दो कमांडरों का हुआ सफाया

 





सोमवार को जवानों ने पुलवामा हमले के बाद जैश के कमांडरों का सफाया कर दिया. पुलवामा मे हुए दर्दनाक हादसे के बाद कमांडरों का सफाया किया गया. पढ़ें पुलवामा में हुए दुखद हादसे की पूरी कहानी..



नई दिल्लीः जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए हमले के बाद भारत द्वारा एक टार्गेट एक्शन के तहत जैश ए मोहम्मद के कमांडरों का सफाया कर दिया गया. 

जवानों ने इन कमांडरों का सफाया सोमवार को किया. जम्मू कश्मीर में इस साल 66 आतंकी मारे गए. 27 आतंकी पाक आतंकी संगठन के थे जिनमें से 19 आतंकी फरवरी के बाद मारे गए थे, और 14 आतंकियों को पुलवामा हमले के बाद मारा गया. 

पुलवामा हमले के 45 दिनों के अंदर पूरी जैश ए मोहम्मद की टीम ने इस हमले का तकनीक के साथ संचालन किया. 

जैश काडरे भी इस ऑपरेशन में शामिल था. इस ऑपरेशन में जैश काडरे को अरेस्ट करना भी शामिल था.  

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, 4 जैश के आतंकवादी सीधे हमले में शामिल थे, जबकि 4 आतंकवादियों को अलग ऑपरेशन में अरेस्ट किया गया. 

आतंकवादियों में कामरान (18 फरवरी), मुशाशिर अहमद खान (11 मार्च), सज्जद भट (11 मार्च) थे.

दो आतंकवादी, निसार अहमद तांत्रे और सज्जद आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के कारण एनआईए की कस्टडी में हैं. 

सूत्रों के अनुसार तांत्रे ने यासिर से आईईडी की मदद लेकर आदिल अहमद डार की सहायता की थी. यासिर जैश ए मोहम्मद का आतंकी है. 

आपको बता दें इस साल 14 फरवरी को दर्दनाक आतंकी हादसा हुआ था जिसमें 40 सीआरपीएफ के जवान शहीद हुए थे. यह आतंकी हमला जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में हुआ था. 

यह आतंकी हमला उस समय हुआ था जब 2500 सीआरपीएफ के जवानों का काफिला गुजर रहा था, जवानों के काफिले पर आत्मघाती हमलावर के द्वारा अचानक हमला कर दिया गया. यह हमलावर अपनी गाड़ी में जम्मू कश्मीर हाइवे पर विस्फोटकों के साथ निकला था.

 


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