लखनऊः दो महीने पहले राजधानी लखनऊ के बहुचर्चित कमलेश तिवारी हत्याकांड में पुलिस ने 13 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. इसमें हत्या, हत्या की साजिश, आर्म्स एक्ट, इनफॉरमेशन एंड टेक्नोलॉजी एक्ट के अपराध को दर्शाया गया है.
पुलिस की जांच में कई नाम सामने आए, जिन्होंने कमलेश तिवारी की हत्या की साजिश की और दोनों हत्यारों मोइनुद्दीन व अशफाक की मदद की. कमलेश तिवारी की हत्या के बाद जांच के लिए SIT गठित की गई थी. वहीं दूसरी ओर एटीएस ने भी इस मामले में जांच की और दोनों आरोपियों को गुजरात एटीएस ने गुजरात और नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया था. इसके बाद में लखनऊ लाया गया और रिमांड पर कई अहम खुलासे हुए.
कमलेश तिवारी की हुई हत्या
18 अक्टूबर 2019 को राजधानी लखनऊ पहुंचकर दो अपराधी मोइनुद्दीन व अशफाक ने हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की गला रेत कर हत्या कर दी थी. दोनों अपराधी राजधानी लखनऊ के एक होटल में ठहरे थे और घटना के बाद भी होटल पहुंचे थे. इसके बाद फरार रहे और हत्या के तीसरे दिन हत्या की साजिश रचने वाले एक आरोपी को गुजरात से गिरफ्तार किया गया था.