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खजाने का लालच देकर छह लोगों को उतारा मौत के घाट, गिरफ्तार - मामले में 74 लोगों से हुई पूछताछ

भोपाल पुलिस ने एक सीरियल किलर मनीराम सेन को गिरफ्तार किया है. आरोपी कई सालों से फरार था. अब वो छह लोगों को मौत के घाट उतार चुका है. आरोपी लोगों को जमीन में गड़ा खजाना दिलाने के नाम पर अपने जाल में फंसाता था.

Serial killer arrested
सीरियल किलर गिरफ्तार
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Published : Jan 6, 2021, 10:40 AM IST

भोपाल : सूखीसेवनिया पुलिस ने एक फरार सीरियल किलर को गिरफ्तार किया है. हत्या के जिस आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, वो बीस साल पहले भी पांच लोगों की हत्या में आजीवान कारावास की सजा काट चुका है. आरोपी लोगों को जमीन में गड़े सोने के खजाने का लालच देकर उन्हें मौत के घाट उतार देता था. आरोपी ने छह लोगों की बेरहमी से हत्या की थी.

पुलिस ने फरार सीरियल किलर को किया गिरफ्तार

आरोपी पर था बीस हजार का इनाम
पुलिस ने आरोपी को सागर के राहतगढ़ से गिरफ्तार करने में किया है. उस पर बीस हजार रुपये का इनाम घोषित था. सूखी सेवनिया पुलिस के अनुसार, आठ नवंबर को करीब ढाई बजे बरखेड़ी अब्दुल्ला के जंगल में एक मंदिर के पास सैय्यद आदिल बहाव की अशोका गार्डन में लाश मिली थी. पास में एक पत्थर मिला था. उसकी सिर कुचलकर हत्या की गई थी.

74 लोगों से हुई पूछताछ
हत्या के आरोपी की तलाश के लिए बिलखिरिया, अवधपुरी, पिपलानी और सूखीसेवनिया पुलिस की एक संयुक्त टीम बनाई गई थी. आरोपित की तलाश के लिए मृतक के करीबियों को मिलाकर करीब 74 लोगों से पूछताछ की गई थी. इसमें आरोपित मनीराम सेन की पहचान हुई थी, जिसमें पता चला था कि आरोपी के साथ आदिल बहाव को अक्सर देखा जाता था. इसी आधार पर आरोपित की तलाश की जा रही थी.

आरोपी मोबाइल नहीं रखता था, इसलिए उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही थी. बाद में मुखबिर तंत्र और आसपास के जिलों को इसके बारे में जानकारी दी थी. सोमवार रात उसकी राहतगढ़ जिला सागर में होने की जानकारी थी. पिपलानी पुलिस ने राहतगढ़ पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार किया.

आजीवन कारावास की सजा काट चुका है आरोपी
आरोपी मनीराम सेन विदिशा जिले के मानोरा गांव का निवासी है. साल 2000 में मनीराम ने पांच लोगों की हत्या की थी. जिसके चलते आजीवन कारावास की सजा काटकर 2017 में छूटा था. वर्ष 2006 में भी आरोपी फरार था. जिसे बाद में विदिशा पुलिस ने गुजरात से गिरफ्तार किया था. उन पांचों लोगों की भी मनीराम ने (जमीन गड़े खजाने के नाम पर पैसा लेकर वापस न करना पड़े इसलिए) जंगल में ले जाकर इसी तरह से हत्या कर दी थी. बाद में उसे डेढ़ साल फरारी के बाद गिरफ्तार किया गया था. वह आजीवान कारावास की सजा पूरी करने के बाद अशोका गार्डन के नबाव कॉलोनी में रहने आ गया था.

आदिल बहाव को उतारा था मौत के घाट
आदिल बहाव को आरोपित ने जमीन गड़े खजाने दिलाने के बारे में बताकर 17 हजार रुपये ले लिए थे. आदिल बार-बार मनीराम सेन से रुपये वापस करने या खजाना दिलाने की बात करता था. घटना के दिन आरोपित आदिल को उसी के स्कूटर में बैठाकर सूखी सेवनिया के जंगल में ले गया और फिर पूजा कराने के बहाने से पीछे से उसके सिर पर पत्थर मारकर हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया था.

पढ़ें : UP : निर्भया जैसी हैवानियत, महिला के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या, एक गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ भागने की फिराक में था आरोपी
आरोपी जब जेल में था तो उसकी पहचान हत्या के मामले में जेल काट रहे एक आरोपी से हुई थी. उसने बताया था कि छत्तीसगढ़ का रायगढ़ का जंगल फरारी काटने के लिए सबसे अच्छा है, इसीलिए आरोपी फरारी काटने के लिए छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के जंगल में उसके दोस्त के पास जा रहा था. इलाहाबाद से जब आरोपी सागर पहुंचा तो तुरंत वहां की पुलिस ने आरोपी को धरदबोचा और सूखीसेवनिया पुलिस के हवाले कर दिया. आरोपी उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में फरारी काट चुका है.

एसपी राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि वह टोल बूथ से बात कर रहा था. किसी भी तरह का मोबाइल व अन्य इस तरह की सामग्री का इस्तेमाल नहीं करता था. जिसके कारण वो ट्रेस नहीं हो पा रहा था. आरोपी अपनी लोकेशन बदलता रहता था. पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी. आखिर में उसे पकड़ लिया गया.

भोपाल : सूखीसेवनिया पुलिस ने एक फरार सीरियल किलर को गिरफ्तार किया है. हत्या के जिस आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, वो बीस साल पहले भी पांच लोगों की हत्या में आजीवान कारावास की सजा काट चुका है. आरोपी लोगों को जमीन में गड़े सोने के खजाने का लालच देकर उन्हें मौत के घाट उतार देता था. आरोपी ने छह लोगों की बेरहमी से हत्या की थी.

पुलिस ने फरार सीरियल किलर को किया गिरफ्तार

आरोपी पर था बीस हजार का इनाम
पुलिस ने आरोपी को सागर के राहतगढ़ से गिरफ्तार करने में किया है. उस पर बीस हजार रुपये का इनाम घोषित था. सूखी सेवनिया पुलिस के अनुसार, आठ नवंबर को करीब ढाई बजे बरखेड़ी अब्दुल्ला के जंगल में एक मंदिर के पास सैय्यद आदिल बहाव की अशोका गार्डन में लाश मिली थी. पास में एक पत्थर मिला था. उसकी सिर कुचलकर हत्या की गई थी.

74 लोगों से हुई पूछताछ
हत्या के आरोपी की तलाश के लिए बिलखिरिया, अवधपुरी, पिपलानी और सूखीसेवनिया पुलिस की एक संयुक्त टीम बनाई गई थी. आरोपित की तलाश के लिए मृतक के करीबियों को मिलाकर करीब 74 लोगों से पूछताछ की गई थी. इसमें आरोपित मनीराम सेन की पहचान हुई थी, जिसमें पता चला था कि आरोपी के साथ आदिल बहाव को अक्सर देखा जाता था. इसी आधार पर आरोपित की तलाश की जा रही थी.

आरोपी मोबाइल नहीं रखता था, इसलिए उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही थी. बाद में मुखबिर तंत्र और आसपास के जिलों को इसके बारे में जानकारी दी थी. सोमवार रात उसकी राहतगढ़ जिला सागर में होने की जानकारी थी. पिपलानी पुलिस ने राहतगढ़ पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार किया.

आजीवन कारावास की सजा काट चुका है आरोपी
आरोपी मनीराम सेन विदिशा जिले के मानोरा गांव का निवासी है. साल 2000 में मनीराम ने पांच लोगों की हत्या की थी. जिसके चलते आजीवन कारावास की सजा काटकर 2017 में छूटा था. वर्ष 2006 में भी आरोपी फरार था. जिसे बाद में विदिशा पुलिस ने गुजरात से गिरफ्तार किया था. उन पांचों लोगों की भी मनीराम ने (जमीन गड़े खजाने के नाम पर पैसा लेकर वापस न करना पड़े इसलिए) जंगल में ले जाकर इसी तरह से हत्या कर दी थी. बाद में उसे डेढ़ साल फरारी के बाद गिरफ्तार किया गया था. वह आजीवान कारावास की सजा पूरी करने के बाद अशोका गार्डन के नबाव कॉलोनी में रहने आ गया था.

आदिल बहाव को उतारा था मौत के घाट
आदिल बहाव को आरोपित ने जमीन गड़े खजाने दिलाने के बारे में बताकर 17 हजार रुपये ले लिए थे. आदिल बार-बार मनीराम सेन से रुपये वापस करने या खजाना दिलाने की बात करता था. घटना के दिन आरोपित आदिल को उसी के स्कूटर में बैठाकर सूखी सेवनिया के जंगल में ले गया और फिर पूजा कराने के बहाने से पीछे से उसके सिर पर पत्थर मारकर हत्या कर दी. हत्या के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया था.

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छत्तीसगढ़ भागने की फिराक में था आरोपी
आरोपी जब जेल में था तो उसकी पहचान हत्या के मामले में जेल काट रहे एक आरोपी से हुई थी. उसने बताया था कि छत्तीसगढ़ का रायगढ़ का जंगल फरारी काटने के लिए सबसे अच्छा है, इसीलिए आरोपी फरारी काटने के लिए छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के जंगल में उसके दोस्त के पास जा रहा था. इलाहाबाद से जब आरोपी सागर पहुंचा तो तुरंत वहां की पुलिस ने आरोपी को धरदबोचा और सूखीसेवनिया पुलिस के हवाले कर दिया. आरोपी उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में फरारी काट चुका है.

एसपी राजेश सिंह भदौरिया ने बताया कि पूछताछ में पता चला कि वह टोल बूथ से बात कर रहा था. किसी भी तरह का मोबाइल व अन्य इस तरह की सामग्री का इस्तेमाल नहीं करता था. जिसके कारण वो ट्रेस नहीं हो पा रहा था. आरोपी अपनी लोकेशन बदलता रहता था. पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश कर रही थी. आखिर में उसे पकड़ लिया गया.

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