ETV Bharat / bharat

मलयालम कवि अक्किथम को 2019 का ज्ञानपीठ पुरस्कार

2019 का ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रख्यात मलयालम कवि अक्किथम को दिया जाएगा. उन्हें यह पुरस्कार मलयालम साहित्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जा रहा है. केरल के पलक्कड़ के मूल निवासी अक्किथम ने मलयालम भाषा में 43 से अधिक रचनाएं की हैं. जानें विस्तार से...

etv bharat
मलयालम कवि अक्किथम
author img

By

Published : Nov 29, 2019, 8:46 PM IST

त्रिवेंद्रम : प्रख्यात मलयालम कवि अक्किथम को मलयालम साहित्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए 55वें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. उनको यह पुरस्कार 93 साल की उम्र में मिली है. केरल के पलक्कड़ के मूल निवासी अक्किथम ने मलयालम में 43 से अधिक रचनाएं की हैं.

गौरतलब है कि इस पुरस्कार में 11 लाख रुपये का नकद पुरस्कार और देवी सरस्वती की कांस्य प्रतिकृति दिया जाता है.

उल्लेखनीय है कि ज्ञानपीठ चयन बोर्ड ने सर्वसम्मति से अक्किथम को पुरस्कार के लिए चुना है.

अक्किटम अच्युतन नंबोतिरी को 'अक्किथम' के नाम से जाना जाता है. वह 6वें मलयालम लेखक हैं, जिन्होंने यह पुरस्कार जीता है. कवि जी शंकर कुरुप पहले लेखक थे, जिसे इस पुरस्कार के लिए चुना गया था. इसके बाद थकाजी, एसके पोट्टेकट, एमटी वासुदेवन नायर और ओएनवी कुरुप अन्य मलयालम लेखक को पुरस्कार मिला.

etv bharat
2019 का ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रख्यात मलयालम कवि अक्किथम को

इसे भी पढ़ें- जानें, इथोपिया के पीएम को क्यों मिला नोबेल अवार्ड

अक्किथम को पूर्व में 2017 में भारत सरकार के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया था.

इनका 'इरुपथमनुतंदिंथ इतिहासाम' में प्रमुख कार्य है. उन्होंने केंद्र और केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार और एजुथचन पुरस्कारम सहित कई पुरस्कार जीते हैं.

त्रिवेंद्रम : प्रख्यात मलयालम कवि अक्किथम को मलयालम साहित्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए 55वें ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. उनको यह पुरस्कार 93 साल की उम्र में मिली है. केरल के पलक्कड़ के मूल निवासी अक्किथम ने मलयालम में 43 से अधिक रचनाएं की हैं.

गौरतलब है कि इस पुरस्कार में 11 लाख रुपये का नकद पुरस्कार और देवी सरस्वती की कांस्य प्रतिकृति दिया जाता है.

उल्लेखनीय है कि ज्ञानपीठ चयन बोर्ड ने सर्वसम्मति से अक्किथम को पुरस्कार के लिए चुना है.

अक्किटम अच्युतन नंबोतिरी को 'अक्किथम' के नाम से जाना जाता है. वह 6वें मलयालम लेखक हैं, जिन्होंने यह पुरस्कार जीता है. कवि जी शंकर कुरुप पहले लेखक थे, जिसे इस पुरस्कार के लिए चुना गया था. इसके बाद थकाजी, एसके पोट्टेकट, एमटी वासुदेवन नायर और ओएनवी कुरुप अन्य मलयालम लेखक को पुरस्कार मिला.

etv bharat
2019 का ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रख्यात मलयालम कवि अक्किथम को

इसे भी पढ़ें- जानें, इथोपिया के पीएम को क्यों मिला नोबेल अवार्ड

अक्किथम को पूर्व में 2017 में भारत सरकार के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म श्री से सम्मानित किया गया था.

इनका 'इरुपथमनुतंदिंथ इतिहासाम' में प्रमुख कार्य है. उन्होंने केंद्र और केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार और एजुथचन पुरस्कारम सहित कई पुरस्कार जीते हैं.

Intro:Body:



Poet Akkitham bags Jnanpith award



 Noted Malayalam poet Akkitham was conferred with the 55th Jnanpith award for his outstanding contribution to the Malayalam literature.



He has bagged the award at the age of 93. Akkitham, a native of Palakkad has penned over 43 works in Malayalam.



The award includes a cash prize of Rs 11 lakh and a bronze replica of Goddess Saraswati.



Jnanpith selection board has unanimously selected Akkitham for the award.



Akkitham Achuthan Namboothiri who is popularly known as Akkitham is the 6th Malayalam writer who bagged the award. Poet G Sankara Kurup was the first Malayalam writer who won the award. Thakazhi, SK Pottekatt, MT Vasudevan Nair and ONV Kurup are the other Malayalam writers who bagged the award.



Akkitham was honoured with Padma Sri, the fourth highest civilian award of the Government of India in 2017.



‘Irupathamnootandinte Ithihasam’ is his major work. He also won a number of awards including Kendra and Kerala Sahithya Akademi awards and Ezhuthachan Puraskaram.

 


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.