गुवाहाटी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक दिवसीय असम दौरे से पहले राजधानी गुवाहाटी में दो आईईडी लगाने के आरोप में यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) के एक संदिग्ध कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया गया है.
पीएम मोदी असम में गत 27 जनवरी को हुए बोडो शांति समझौते के बाद शुक्रवार को कोकराझार में आयोजित रैली को संबोधित करेंगे.
गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त मुन्ना प्रसाद गुप्त ने बताया कि बुधवार रात को शहर के व्यस्त रहने वाले पल्टन बाजार और पान बाजार इलाकों में दो आईईडी पाए गए थे.
उन्होंने बताया, 'बम निरोधक दस्ता बाजार क्षेत्र से आईईडी निकालकर दूर ले गया, जिन्हें बाद में निष्क्रिय कर दिया गया. हमें संदेह है कि यह उल्फा (यूएलएफए) का काम है.'
गुप्त ने बताया कि पुलिस ने तुरंत तलाशी अभियान चला कर उल्फा के एक संदिग्ध कार्यकर्ता को गिरफ्तार कर लिया.
यह पूछने पर कि क्या मोदी की यात्रा प्रभावित करने के लिए आईई़डी प्लांट किए गए, पुलिस आयुक्त ने कहा, 'हम अभी यह नहीं कह सकते कि आईईडी को पीएम की यात्रा प्रभावित करने के लिए लगाया गया था. हम जांच कर रहे हैं.' पुलिस ने उसी दिन पनीखेती क्षेत्र से पांच और आईईडी बरामद किए थे.
गत दिसम्बर में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन शुरू होने के बाद से प्रधानमंत्री का यह पहला पूर्वोत्तर दौरा होगा. प्रदर्शनों में तीन व्यक्ति मारे गए थे.
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इस बीच पीएम मोदी ने एक ट्वीट किया, 'कल मैं असम में दौरे को लेकर उत्सुक हूं. मैं एक जनसभा को संबोधित करने के लिए कोकराझार में रहूंगा. हम बोडो समझौते पर सफलतापूर्वक हस्ताक्षर किए जाने का जश्न मनाएंगे, जिससे दशकों की समस्या का अंत होगा. यह शांति और प्रगति के नए युग की शुरुआत का प्रतीक होगा.'
केंद्र सरकार ने गत 27 जनवरी को नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट आफ बोडोलैंड (एनडीएफबी) के चार धड़ों, आल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन और एक नागरिक समाज समूह के साथ बोडो समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. इस समझौते का उद्देश्य असम के बोडो बहुल क्षेत्रों में दीर्घकालिक शांति लाना है.