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सेल्फ रेगुलेटरी मैकेनिजम से बैंकों को मजबूती प्रदान करने की जरूरत : पीयूष गोयल - मेले में अलग अलग राज्यों से कई कॉरपोरेट की भागिदारी

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि सेल्फ रेगुलेटरी मैकेनिजम से बैंकों को मजबूती प्रदान करने की जरूरत है. दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेले के समापन समारोह को संबोधित करते हुए गोयल ने हालांकि RECP मुद्दे पर कोई बात नहीं की. पढ़ें पूरी खबर...

सहकारिता व्यापार मेले में पहुंचे पीयूष गोयल
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Published : Oct 15, 2019, 6:26 PM IST

Updated : Oct 15, 2019, 6:33 PM IST

नई दिल्ली : केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि कोऑपरेटिव सेक्टर ने अन्य क्षेत्रों में बहुत काम किये हैं, लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि कुछ बुरे तत्व इस क्षेत्र को बदनाम भी कर रहे हैं.

गोयल ने भारतीय अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेले (IICTF) के समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुंबई स्थित पीएमसी बैंक घोटाले का जिक्र किया और कहा कि उक्त घोटाले से बैंक के साथ-साथ खाता धारकों को भी काफी हानि हुई है.

सहकारिता व्यापार मेले में पहुंचे पीयूष गोयल.

केंद्रीय मंत्री ने सुझाव दिया कि कोऑपरेटिव सेक्टर के जो लीडर हैं, उन्हें ये सोचना होगा कि कैसे वो सेल्फ रेगुलेटरी मैकेनिजम से बैंकों को मजबूती प्रदान कर सकते हैं. जहां-जहां गलत काम हो रहे हैं, वहां ह्विसिल ब्लोअर द्वारा उन्हें उजगर किया जाए.

उन्होंने कहा कि मेले में 34 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और लगभग 35000 विजिटर आए वहीं 7-8 हजार करोड़ के लगभग व्यापार भी दर्ज किया गया. इनमें काफी व्यापार ओवर द काउंटर मेले में ही हुआ.

इस मेले में अलग-अलग राज्यों से कई कॉरपोरेट की भागीदारी देखने को मिली. आठ गवर्नर, एक मुख्यमंत्री, एक उप मुख्यमंत्री और कई केंद्रीय मंत्री इस मेले में आए.

यह संयोग ही है कि एक तरफ जहां दिल्ली में भारतीय अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेले (IICTF) का समापन हुआ वहीं दूसरी तरफ प्रस्तावित क्षेत्रीय वृहद् आर्थिक साझेदारी (RCEP) के तहत मुक्त व्यापार समझौते का लगातार विरोध हो रहा है.

सबसे पहले किसान संगठनों ने डेरी क्षेत्र को इस समझौते में शामिल करने के खिलाफ आवाज उठाई और देशव्यापी आंदोलन की बात भी कही है.

वहीं मोदी सरकार में ही इस व्यापार समझौते के मुद्दे पर एक राय नहीं है और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी कहा है कि डेरी क्षेत्र को इससे अलग रखा जाए .

पढ़ें - इमरान खान POK के मुद्दे पर बातचीत का विचार करें : भाजपा

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी IICTF के समापन समारोह के अपने संबोधन में देश को आत्मनिर्भर बनाने के सरदार वल्लभ भाई पटेल के सपने को कोऑपरेटिव के माध्यम से साकार करने की बात कही.

लेकिन हाल में ही RCEP मुक्त व्यापार समझौते पर कई देशों के वाणिज्य मंत्रियों की बैंकॉक में हुई बैठक से लौटे गोयल ने इस बाबत न तो अपने संबोधन में कुछ कहा और न ही मीडिया से बातचीत के दौरान कुछ बोले.

गोयल ने कोऑपरेटिव की भूमिका, उनका भविष्य और उनकी उपलब्धियों पर कहा कि आने वाली 31 अक्टूबर को सहकारिता के जनक और अमूल की कल्पना को साकार करने वाले बड़े नेता सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर सभीको और खास कर सहकारिता क्षेत्र से जुड़ी संस्थाओं को जरूर कुछ न कुछ करना चाहिए.

इस बीच तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सहकारिता व्यापार मेले में विशेषकर उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत की सक्रिय भूमिका देखी गई.

ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में रावत ने कहा कि देश मे पहली बार सहकारिता क्षेत्र को इस ट्रेड फेयर के माध्यम से एक बड़ा मंच मिला है.

वहीं RCEP व्यापार समझौते पर जब रावत से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का कोई भी फैसला जनता के हितों को ध्यान में रख कर ही किया जाता है.

नई दिल्ली : केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि कोऑपरेटिव सेक्टर ने अन्य क्षेत्रों में बहुत काम किये हैं, लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि कुछ बुरे तत्व इस क्षेत्र को बदनाम भी कर रहे हैं.

गोयल ने भारतीय अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेले (IICTF) के समापन समारोह को संबोधित करते हुए मुंबई स्थित पीएमसी बैंक घोटाले का जिक्र किया और कहा कि उक्त घोटाले से बैंक के साथ-साथ खाता धारकों को भी काफी हानि हुई है.

सहकारिता व्यापार मेले में पहुंचे पीयूष गोयल.

केंद्रीय मंत्री ने सुझाव दिया कि कोऑपरेटिव सेक्टर के जो लीडर हैं, उन्हें ये सोचना होगा कि कैसे वो सेल्फ रेगुलेटरी मैकेनिजम से बैंकों को मजबूती प्रदान कर सकते हैं. जहां-जहां गलत काम हो रहे हैं, वहां ह्विसिल ब्लोअर द्वारा उन्हें उजगर किया जाए.

उन्होंने कहा कि मेले में 34 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और लगभग 35000 विजिटर आए वहीं 7-8 हजार करोड़ के लगभग व्यापार भी दर्ज किया गया. इनमें काफी व्यापार ओवर द काउंटर मेले में ही हुआ.

इस मेले में अलग-अलग राज्यों से कई कॉरपोरेट की भागीदारी देखने को मिली. आठ गवर्नर, एक मुख्यमंत्री, एक उप मुख्यमंत्री और कई केंद्रीय मंत्री इस मेले में आए.

यह संयोग ही है कि एक तरफ जहां दिल्ली में भारतीय अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेले (IICTF) का समापन हुआ वहीं दूसरी तरफ प्रस्तावित क्षेत्रीय वृहद् आर्थिक साझेदारी (RCEP) के तहत मुक्त व्यापार समझौते का लगातार विरोध हो रहा है.

सबसे पहले किसान संगठनों ने डेरी क्षेत्र को इस समझौते में शामिल करने के खिलाफ आवाज उठाई और देशव्यापी आंदोलन की बात भी कही है.

वहीं मोदी सरकार में ही इस व्यापार समझौते के मुद्दे पर एक राय नहीं है और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी कहा है कि डेरी क्षेत्र को इससे अलग रखा जाए .

पढ़ें - इमरान खान POK के मुद्दे पर बातचीत का विचार करें : भाजपा

केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी IICTF के समापन समारोह के अपने संबोधन में देश को आत्मनिर्भर बनाने के सरदार वल्लभ भाई पटेल के सपने को कोऑपरेटिव के माध्यम से साकार करने की बात कही.

लेकिन हाल में ही RCEP मुक्त व्यापार समझौते पर कई देशों के वाणिज्य मंत्रियों की बैंकॉक में हुई बैठक से लौटे गोयल ने इस बाबत न तो अपने संबोधन में कुछ कहा और न ही मीडिया से बातचीत के दौरान कुछ बोले.

गोयल ने कोऑपरेटिव की भूमिका, उनका भविष्य और उनकी उपलब्धियों पर कहा कि आने वाली 31 अक्टूबर को सहकारिता के जनक और अमूल की कल्पना को साकार करने वाले बड़े नेता सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर सभीको और खास कर सहकारिता क्षेत्र से जुड़ी संस्थाओं को जरूर कुछ न कुछ करना चाहिए.

इस बीच तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सहकारिता व्यापार मेले में विशेषकर उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत की सक्रिय भूमिका देखी गई.

ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में रावत ने कहा कि देश मे पहली बार सहकारिता क्षेत्र को इस ट्रेड फेयर के माध्यम से एक बड़ा मंच मिला है.

वहीं RCEP व्यापार समझौते पर जब रावत से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का कोई भी फैसला जनता के हितों को ध्यान में रख कर ही किया जाता है.

Intro:एक तरफ जहाँ दिल्ली में भारतीय अंतरराष्ट्रीय सहकारी व्यापार मेले (IICTF) का समापन हुआ है वहीं दूसरी तरफ RCEP मुक्त व्यापार समझौते का लगातार विरोध हो रहा है । पहले किसान और किसान संगठनों ने डेरी क्षेत्र को इस समझौते में शामिल करने के खिलाफ आवाज उठाई और देषव्यापी आंदोलन की बात भी कही है । वहीं मोदी सरकार में ही इस व्यापार समझौते के मुद्दे पर एक राय नहीं है और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी कहा है कि डेरी क्षेत्र को इससे अलग रखा जाए ।
रविवार शाम IICTF के समापन समारोह में पहुंचे केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भी देश को आत्मनिर्भर बनाने के सरदार वल्लभ भाई पटेल के सपने को कोआपरेटिव के माध्यम से साकार करने की बात कही । लेकिन अभी हाल में ही RCEP मुक्त व्यापार समझौते पर कई देशों के वाणिज्य मंत्रियों की बैंकॉक में हुई बैठक से वापस लौटे मंत्री पीयूष गोयल ने इसके ऊपर न तो अपने संबोधन में ही कुछ कहा और न ही मीडिया से ही कोई सवाल लिये ।


Body:पीयूष गोयल ने कोऑपरेटिव की भूमिका, उनका भविष्य और उनकी उपलब्धियों पर बात करते हुए कहा कि आने वाली 31 अक्टूबर को सहकारिता के जनक और अमूल की कल्पना को साकार करने वाले बड़े नेता सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिवस पर सभी को और खास कर सहकारिता क्षेत्र से जुड़ी संस्थाओं को जरूर कुछ न कुछ करना चाहिये ।

तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सहकारिता व्यापार मेले में विशेषकर उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत की सक्रिय भूमिका देखी गई ।
ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में धन सिंह रावत ने कहा कि देश मे पहली बार सहकारिता क्षेत्र को इस ट्रेड फेयर के माध्यम से एक बड़ा मंच मिला है । वहीं RCEP व्यापार समझौते पर जब रावत से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मोदी सरकार का कोई भी फैसला जनता के हितों को ध्यान में रख कर ही किया जाता है ।


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Last Updated : Oct 15, 2019, 6:33 PM IST
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