शिमला : मनाली से दिल्ली के लिए शांति यात्रा पर निकले तिब्बती समुदाय का शनिवार को हिमाचल प्रदेश के मंडी पहुंचने पर तिब्बती समुदाय द्वारा स्वागत किया गया. इस यात्रा में तिब्बत समुदाय के छेरिंग वांगड़ू, छेरिंग धुनडूप और छुंगडक शामिल हैं.
मंडी जिला के तिब्बती समुदाय के उपाध्यक्ष विशाल ठाकुर ने कहा कि मनाली से दिल्ली के लिए शांति यात्रा पर निकले लोगों का मंडी पहुंचने पर तिब्बतियन समुदाय द्वारा भव्य स्वागत किया गया.
उपाध्यक्ष विशाल ठाकुर ने कहा कि तिब्बती समुदाय की शांति यात्रा मनाली मंडी से होते हुए दिल्ली तक पैदल तय की जाएगी और तिब्बती समुदाय भारत सरकार के समक्ष अपनी मांगों को रखेगा. उन्होंने कहा कि शांति यात्रा का मुख्य उद्देश्य है कि दलाई लामा को तिब्बत जाने की अनुमति दी जाए.
चीनी सरकार व तिब्बत सरकार आपस में बातचीत करे और पंचम लामा को उनके अनुयायियों को जिनको चीन ने कैद किया हुआ है, उन्हें जल्द रिहा किया जाए. इन तीन मांगों को प्रधानमंत्री के समक्ष रखा जाएगा और तिब्बती समुदाय को पूरी उम्मीद है कि भारत सरकार द्वारा उनकी मांगों को अनसुना नहीं किया जाएगा.
पढ़ें - लद्दाख स्काउट रेजीमेंट में 131 प्रशिक्षित युवाओं की भर्ती
बता दें कि शांति यात्रा एक सितंबर को मनाली से दिल्ली के लिए निकली है. तिब्बती समुदाय के यह तीनों नागरिक पैदल ही दिल्ली पहुंचेंगे और भारत तिब्बत मैत्री संघ व तिब्बती समुदाय की तीन मुख्य मांगों को भारत सरकार के समक्ष रखेंगे. इस मौके पर तिब्बती समुदाय के सचिव दिनेश व हरविंद्र सिंह और तिब्बतियन समुदाय के लोग मौजूद रहे.