नई दिल्ली : केंद्रीयमंत्री ने मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि राम मंदिर के शिलान्यास को लेकर जनता में खासा उत्साह है. यह एक ऐतिहासिक घटना है जिसका पिछले कई साल से लोग इंतजार कर रहे थे, उसकी आशा कर रहे थे.
ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत के दौरान नकवी ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण की लंबे समय से मांग कर रहे थे और इसके लिए हमारे नेताओं ने आंदोलन भी किया था और यह एक ऐतिहासिक घटना होगी जब भव्य राम मंदिर के प्रारूप का शिलान्यास प्रधानमंत्री अपने हाथों से 5 अगस्त को अयोध्या में करेंगे.
विपक्ष द्वारा राम मंदिर शिलान्यास की तारिख को लेकर उठाए जारे सवालों पर उन्होंने कहा कि तीन तलाक, अनुच्छेद 370 और आर्टिकल 35-A हटाया जाना और उसकी तिथि और राम मंदिर शिलान्यास की तिथि में कोई राजनीति नहीं.
उन्होंने कहा कि जनता इस बात को लेकर आह्लादित है और विपक्ष चाहे कोई भी राजनीति करें कोई भी बयानबाजी करें, लेकिन सच्चाई यह है कि जनता राम मंदिर देखना चाहती थी.
अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद क्या कश्मीर में हालात बदले हैं इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीर के हालात काफी हद तक अब सामान्य जीवन की तरफ लौट रहे हैं. सरकार हर संभव कोशिश कर रही है कि कश्मीर के लोगों को मुख्यधारा से जोड़ा जाए अभी तक कश्मीरियों का कोई विकास नहीं हुआ था और अब सरकार आए दिन वहां पर नए-नए विकास के कार्यक्रम बना रही है. इससे कश्मीरी को लोगों को फायदा हुआ है.
कश्मीर की पार्टियां भले ही इस पर कुछ भी कटाक्ष करें, लेकिन वास्तविकता यह है कि कश्मीर में आतंकवाद पूरी तरह से खत्म करने की राह में है और सरकार इसके लिए हर संभव प्रयास कर रही है.
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उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के संबंध में लिया गया फैसला नरेंद्र मोदी की सरकार का प्रयास और उनकी नीतियों की वजह से ही संभव हो पाया है. उन्होंने कहा कि 5 अगस्त की तिथि को किसी भी राजनीतिक विषयों से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए यह एक आस्था का विषय है जो आम लोगों से जुड़ा है
इसके अलावा तीन तलाक के मुद्दे पर बोलते हुए केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री ने कहा तीन तलाक की घटनाओं में काफी कमी आई है और अब मुस्लिम महिलाएं पूरे स्वाभिमान के साथ और सशक्त होकर अपनी जिंदगी निर्वाह कर रहे हैं यह कैसा कानून है जो मुस्लिम अल्पसंख्यक वर्ग की महिलाओं को सशक्त बनाना है इस पर चाहे पार्टियां कुछ भी राजनीति करें लेकिन वास्तविकता यह है कि तीन तलाक के बाद अल्पसंख्यक महिलाओं की दशा व दिशा में काफी हद तक सुधार हुआ है.