श्रीनगर : पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) ने मंगलवार को कहा कि वह जम्मू-कश्मीर के लोगों के सम्मान और गरिमा को बहाल कराने के लिए प्रतिबद्ध है. साथ ही, पांच अगस्त को पूर्ववर्ती राज्य के इतिहास का 'काला दिन' बताया.
पार्टी ने अपने 'वरिष्ठ नेताओं' के हवाले से जारी किए एक बयान में कहा कि जम्मू- कश्मीर के संवैधानिक इतिहास में पांच अगस्त एक काला दिन है, जब संसद और भारत के संविधान द्वारा किए गए वादों को बहुसंख्यक के लक्ष्य की खातिर तोड़ दिया गया.
बहरहाल, पीडीपी के 21 वें स्थापना दिवस पर जारी प्रेस विज्ञप्ति में किसी भी नेता का नाम नहीं था. पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती नजरबंद हैं और उनकी नजरबंदी के एक साल पूरे होने में एक हफ्ता बाकी है.
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बता दें कि पिछले वर्ष केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेज 370 को निरस्त कर दिया था और राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था.