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मध्यप्रदेश : इंसान के जान की कीमत पांच रुपये ? इलाज के अभाव में मौत

मध्यप्रदेश में एक महिला के पास पित के इलाज के लिए गुना जिला अस्पताल में पर्ची कटाने के पैसे नहीं थे, जिसके बाद रात भर उसका मरीज अस्पताल के बाहर रहा जिसके बाद उसकी मौत हो गई. पढ़ें पूरी खबर...

patient at Guna District Hospital died without treatment
इलाज के अभाव में मौत
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Published : Jul 23, 2020, 5:18 PM IST

भोपाल : मध्यप्रदेश के गुना जिला अस्पताल अपने पति का इलाज कराने आई महिला के पास पर्ची कटाने के लिए पैसे नहीं थे. जिसके कारण मरीज रात भर अस्पताल के बाहर बैठा रहा. समय पर इलाज न मिलने के कारण मरीज की मौत हो गई.

मध्यप्रदेश के गुना में आरती रजक ने सुनील धाकर के साथ प्रेम विवाह किया था. दोनो का एक दो साल का बच्चा भी है. उसके पति की कुछ दिनों से तबीयत खराब चल रही थी. जिसका उपचार करवाने आरती अशोकनगर जिला अस्पातल गई जहां डॉक्टरों ने उसे गुना जिला अस्पताल भेज दिया.

इलाज के अभाव में मरीज की मौत

आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण आरती को गुना आने के लिए सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई. जैसे-तैसे वह अपने पति को लेकर अस्पताल पहुंची, लेकिन उसके पास पर्ची कटाने कि लिए पांच रुपये तक नहीं थे. जिसके कारण वह सुबह तक परिजनों का इंतजार करती रही.

पढ़ें - प. बंगाल : निर्वस्त्र अवस्था में सड़क किनारे मिली युवती, दुष्कर्म की आशंका

पति की तबीयत बिगड़ने के बाद वह सुबह सात बजे फिर अस्पताल पहुंची, लेकिन कुछ देर बाद उसके पति की मौत हो गई. जिसके बाद महिला ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. महिला का कहना है कि अस्पताल में सही समय पर उपचार मिलने पर उसके पति की जान बच सकती थी. इतना ही नहीं पति की मौत के बाद भी एम्बुलेंस में शव को रखने के लिए महिला को घंटो इंतजार करना पड़ा.

भोपाल : मध्यप्रदेश के गुना जिला अस्पताल अपने पति का इलाज कराने आई महिला के पास पर्ची कटाने के लिए पैसे नहीं थे. जिसके कारण मरीज रात भर अस्पताल के बाहर बैठा रहा. समय पर इलाज न मिलने के कारण मरीज की मौत हो गई.

मध्यप्रदेश के गुना में आरती रजक ने सुनील धाकर के साथ प्रेम विवाह किया था. दोनो का एक दो साल का बच्चा भी है. उसके पति की कुछ दिनों से तबीयत खराब चल रही थी. जिसका उपचार करवाने आरती अशोकनगर जिला अस्पातल गई जहां डॉक्टरों ने उसे गुना जिला अस्पताल भेज दिया.

इलाज के अभाव में मरीज की मौत

आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण आरती को गुना आने के लिए सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई. जैसे-तैसे वह अपने पति को लेकर अस्पताल पहुंची, लेकिन उसके पास पर्ची कटाने कि लिए पांच रुपये तक नहीं थे. जिसके कारण वह सुबह तक परिजनों का इंतजार करती रही.

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पति की तबीयत बिगड़ने के बाद वह सुबह सात बजे फिर अस्पताल पहुंची, लेकिन कुछ देर बाद उसके पति की मौत हो गई. जिसके बाद महिला ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. महिला का कहना है कि अस्पताल में सही समय पर उपचार मिलने पर उसके पति की जान बच सकती थी. इतना ही नहीं पति की मौत के बाद भी एम्बुलेंस में शव को रखने के लिए महिला को घंटो इंतजार करना पड़ा.

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