नई दिल्ली : भारत ने कहा कि वैश्विक आतंकी वित्तपोषण की निगरानी करने वाली संस्था एफएटीएफ की संदिग्ध सूची में पाकिस्तान के बने रहने की निरंतरता से उसके रुख की पुष्टि हुई है कि पाकिस्तान ने अपनी धरती पर से सक्रिय आतंकी नेटवर्क के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि इससे हमारे रुख की पुष्टि होती है कि पाकिस्तान ने आतंकी संगठनों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं की है. श्रीवास्तव संवाददाताओं को ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे.
एफएटीएफ ने बुधवार को पाकिस्तान को संदिग्ध सूची में रखने का फैसला किया क्योंकि वह लश्कर और जेईएम जैसे आतंकवादी समूहों के वित्तपोषण पर काबू पाने में नाकाम रहा.
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कोरोना महामारी के कारण वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) का तीसरा और अंतिम पूर्ण सत्र डिजिटल हुआ. इसी बैठक में यह निर्णय लिया गया.
एच1बी वीजा निलंबित करने के ट्रंप प्रशासन के फैसले के बारे में श्रीवास्तव ने कहा कि भारत इसके भारतीय उद्योग पर प्रभाव का आकलन कर रहा है.