नई दिल्ली/भोपाल: कहते हैं अगर दिल में कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो उम्र मायने नहीं रखती है. इसी कहावत को सच किया है मध्य प्रदेश के उमरिया जिले कि जोधैया बाई बैगा ने जो एक 80 वर्षीय आदिवासी महिला हैं और इनके द्वारा बनाई गई पेंटिंग अब इटली के मिलान में चल रही प्रदर्शनी में दिखाई जा रही है.
इस दौरान उनके शिक्षक आशीष स्वामी ने जोधैया बाई बैगा की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें अभी कई और मील के पत्थर हासिल करने हैं.'
आशीष ने कहा थोड़ी देर जरूर हो चुकी है, लेकिन कभी म करने से कहीं बेहतर है देर से करना! आशीष ने बताया वह 2008 से हमारे केंद्र में आ रही है.
उन्हें अभी कई और मील के पत्थर हासिल करने हैं. उनके जैसी आदिवासी महिलाओं ने अभी से ही अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन शुरू कर दिया है.