भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी में स्थित बड़ा तालाब को दूषित होने से बचाने के लिए प्रशासन ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है. जिला प्रशासन ने बड़ा तालाब के कैचमेंट एरिया में अब जैविक खेती करने का फैसला लिया है. इसके लिए गांवों में चौपाल लगाकर इसके बारे में किसानों को जानकारी भी दी जाएगी और जो किसान ये काम कर रहे हैं, उन्हें पुरस्कृत भी किया जाएगा.
बताया जा रहा है कि 361 वर्ग किलोमीटर में फैले बड़ा तालाब के 200 वर्ग किलोमीटर एरिया में जैविक खेती की जाएगी. प्रशासन ने जैविक खेती की जिम्मेदारी कृषि विभाग को सौंपी है. बड़ा तालाब के पानी में रसायनों की मात्रा ज्यादा होने के बाद ये फैसला लिया गया है.
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कलेक्टर तरुण कुमार पिथोड़े ने बताया कि प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है कि बड़ा तालाब में खाद और फर्टिलाइजर ना जाए. इसे लेकर गांवों में चौपाल लगाई जा रही है और किसानों को जैविक खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है.