भुवनेश्वर : ओडिशा पुलिस ने भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के बाद बुधवार को श्रद्धालुओं से भगवान के दर्शन के लिए पुरी न जाने की अपील की है. राज्य पुलिस ने सर्वोच्च न्यायालय के दिशानिर्देशों के अनुपालन में यह अपील जारी की है.
पुलिस ने कहा कि भगवान जगन्नाथ, उनके बड़े भाई भगवान बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा वर्तमान में अपने-अपने रथों पर विराजमान हैं और उन्हें शाम को श्री गुंडिचा मंदिर के अंदर ले जाया जाएगा. किसी को भी रथों और मंदिर के पास एकत्रित होने की अनुमति नहीं है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो और भीड़ जमा नहीं हो, इसके लिए तीर्थ नगरी के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध लगाए गए हैं.
ओडिशा के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अभय ने कहा कि पुरी जिला प्रशासन ने लॉकडाउन में छूट दे दी है, लेकिन कुछ क्षेत्रों में प्रतिबंध अब भी लागू है. डीजीपी ने एक ट्वीट में कहा, 'पुरी के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू को देखते हुए, सभी से अनुरोध किया जाता है कि आज पुरी नहीं जाएं. श्रद्धालुओं के लिए त्रिमूर्ति के दर्शन की अनुमति नहीं है.'
प्रशासन ने पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार रथ यात्रा के दौरान जिले में लोगों और वाहनों के प्रवेश को रोकने के लिए 24 जून को रात 9 बजे से रात 2 बजे तक कर्फ्यू लगा दिया था.
मुख्य सचिव एके त्रिपाठी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के पुरी में रथ यात्रा के सशर्त संचालन की अनुमति देने के 12 घंटों के भीतर सभी व्यवस्थाएं की गईं. महामारी की स्थिति के कारण पहले से कोई विस्तृत तैयारी नहीं की गई थी. उन्होंने कहा कि रथ यात्रा के दौरान अनुशासन बनाए रखने के लिए पुलिस लोगों को समझा रही है.
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बता दें कि कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ रहा है. वहीं इससे मारने वालों की संख्या में भी वृद्धि हुई है. ओडिशा में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 5,752 के लगभग पहुंच गई है, वहीं अब तक 17 लोगों की मौत हुई है.