गुवाहाटी : असम, प्राकृतिक सुंदरता और विविध इतिहास का खजाना है. यह राज्य न केवल भारत बल्कि दुनियाभर के लोगों को आकर्षित करता है.
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, कामाख्या मंदिर, उमानंद मंदिर, ये सब ऐसे स्थान हैं, जहां हर साल हजारों की संख्या में पर्यटक आते हैं. लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि असम आने वाले पर्यटकों की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में लगातार कम होती जा रही है.
पर्यटकों की कमी के चलते इस वर्ष असम पर्यटन को 4.5 से 5 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है. असम की वर्तमान कानून व्यवस्था इस साल पर्यटकों की घटती संख्या का एक मुख्य कारण है.
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आपको बता दें कि सोनितपुर जिले का पर्यटन भी काफी प्रभावित हुआ है क्योंकि 2018 में यहां 104 पर्यटक आए थे, लेकिन इस साल केवल 18 पर्यटक आए.
इसी तरह, काजीरंगा और नामेरी राष्ट्रीय उद्यानों में 2018 में 33259 पर्यटक आए थे, लेकिन 2019 में यह संख्या घटकर 15218 रह गई.
गोल्डन लंगूर के लिए प्रसिद्ध काकोईजियाना रिजर्व फॉरेस्ट की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लेने के लिए पिछले वर्षों में सैकड़ों पर्यटक आते रहे हैं. अफसोस की बात है कि 2019 में यहां एक भी पर्यटक नहीं आया.