नई दिल्ली : झारखंड में जारी विधानसभा चुनाव जारी है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी झारखंड चुनाव प्रचार करने पहुंचे. जनसभा को संबोधित करने के बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि झारखंड में भाजपा की सरकार बनेगी. इसके अलावा उन्होंने नागरिकता बिल को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा.
ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भाजपा झारखंड में सरकार बनाएगी. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जाति-धर्म-पंथ और समुदाय के नाम पर चुनाव नही लड़ती है. सीएम रघुबर दास ने राज्य में काफी काम किया है. हर राज्य में सरकार के प्रति थोड़ी बहुत नाराजगी होती है और वह अगर झारखंड में होगी भी तो जनता पार्टी का ही साथ देगी.
नागरिकता बिल के सवाल पर गडकरी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नागरिकता बिल पर लोगों में संशय पैदा कर रही है और पूर्वोत्तर राज्यों में हिंसा बढ़ाने का काम कर रही है.
केंद्रीय मंत्री ने राहुल गांधी पर उनके 'रेप इन इंडिया' वाले बयान पर भी जमकर निशाना साधा. गडकरी ने राहुल गांधी के बयान को शर्मनाक बताया. गडकरी कहा कि राहुल गांधी के बयानों को जनता गंभीरता से नही लेती है और उनका बयान अत्यंत निंदनीय है. उन्होंने आगे कहा कि ऐसा बयान देकर राहुल गांधी ने न सिर्फ समाज की महिलाओं और राजनीति का अपमान किया है, बल्कि अपनी पार्टी का भी नुकसान किया है. अगर वह बड़े मन के नेता हैं तो उन्हें अपना बयान वापस लेना चाहिए.
शिवसेना के महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर गडकरी ने कहा कि राज्य की सरकार बेमेल सरकार है. उन्होंने कहा कि यह बालासाहेब की शिवसेना नहीं है. उन्होंने कहा कि आज शिवसेना की नीयत साफ नहीं है. शिवसेना लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक का समर्थन करती है लेकिन राज्यसभा में पलट जाती है.
नितिन गडकरी ने गोवा में भाजपा की सरकार बनाने के लिए संकटमोचक की भूमिका निभाई थी. गडकरी महाराष्ट्र में ऐसी किसी भूमिका में क्यों नहीं आए, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि वह पार्टी के निर्देश पर काम करते हैं और पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी, वह निभाएंगे. पार्टी ने उन्हें महाराष्ट्र जाने के लिए नहीं कहा इसलिए वह नहीं गए.
आपको बता दें कि नितिन गडकरी और ठाकरे परिवार में बहुत निकटता है.
भाजपा के अन्य सहयोगी दलों की नाराजगी को लेकर गडकरी ने कहा कि सहयोगी नाराज नहीं बल्कि बीजेपी के साथ तो शिवसेना का स्वभाविक गठबंधन था, लेकिन उन्होंने कुर्सी के लिए अलग-अलग विचारधाराओं की पार्टियों का साथ दिया.
नीतीश कुमार की जेडीयू के नागरिकता बिल पर समर्थन पर कहा कि सभी दलों की अपनी मजबूरी होती है, कभी साथ दे पातीं हैं कभी नहीं. जहां तक भाजपा का सवाल है पार्टी विकास के मुद्दे पर अडिग रहेगी.