नई दिल्ली : तिहाड़ जेल में बंद निर्भया कांड के चारों दोषियों को मंगलवार को उनके परिवार के सदस्यों से मिलवाया गया. तिहाड़ जेल में यह मुलाकात कराई गई. इस दौरान मुकेश और विनय भावुक होकर रोने लगे. तिहाड़ सूत्रों का कहना है कि अब तक इनकी फांसी पर किसी प्रकार की रोक नहीं लगी है. इसलिए एक फरवरी की सुबह 6 बजे इन्हें फांसी देने के लिए तिहाड़ जेल प्रशासन तैयार है.
तिहाड़ जेल के सूत्रों ने बताया कि निर्भया कांड के चारों दोषियों को एक फरवरी की सुबह 6 बजे फांसी होनी है. पटियाला हाउस कोर्ट से इस बाबत डेथ वारंट जारी हो चुका है. इसे ध्यान में रखते हुए तिहाड़ प्रशासन पूरी तरह से तैयार है.
चारों दोषियों ने तिहाड़ प्रशासन के समक्ष अपने परिवार से मिलने के लिए निवेदन किया था. इसके चलते मंगलवार को चारों के परिवार से उन्हें मिलवाया गया है. सूत्रों का कहना है कि इस दौरान मुकेश और विनय भावुक होकर रोने लगे.
31 जनवरी को होगा आखिरी ट्रायल
तिहाड़ सूत्रों के अनुसार उन्होंने मेरठ के पवन जल्लाद को फांसी के लिए बुलाया गया है. वह 30 जनवरी को यहां आ जाएगा. इसके अगले दिन एक बार फिर फांसी के लिए ट्रायल किया जाएगा. यह अंतिम ट्रायल होगा, जिसमें चारों दोषियों की डमी को फांसी पर लटका कर देखा जाएगा कि किसी प्रकार की दिक्कत तो नहीं है.
अदालत से अभी फांसी पर रोक नहीं
तिहाड़ प्रशासन का कहना है कि अभी इन चारों दोषियों की फांसी एक फरवरी की सुबह 6 बजे होनी है. इस पर अभी तक किसी प्रकार की रोक नहीं लगाई गई है. दोषियों में से केवल मुकेश ने दया याचिका दायर की थी, जिसे राष्ट्रपति द्वारा खारिज की जा चुकी है. वहीं अन्य तीनों दोषियों के पास दया याचिका दायर करने का विकल्प बचा हुआ है. अगर शुक्रवार तक वे दया याचिका दायर नहीं करते तो इसके बाद उनकी फांसी एक फरवरी की सुबह 6 बजे ही होगी. वहीं अगर दया याचिका लगा दी जाती है तो तिहाड़ जेल प्रशासन को नया डेथ वारंट लेना पड़ेगा.