हैदराबाद : राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने हैदराबाद रेप और मर्डर केस में पुलिस द्वारा किए गए चार आरोपियों के एनकाउंटर की जांच शुरू कर दी और शनिवार को मौका-ए-वारदात का दौरा भी किया.
एनएचआरसी ने शुक्रवार को हैदराबाद पुलिस द्वारा किये गए एनकाउंटर का संज्ञान लेने के साथ ही मामाले की सावधानी से जांच करने की बात कही थी.
आयोग की एक तथ्यान्वेषी (फैक्ट-फाइडिंग) टीम ने महबूबनगर स्थित सरकारी अस्पताल के शवगृह में जाकर मुठभेड़ में मारे गए आरोपियों के शवों की जांच की. टीम ने शवों पर गोलियों से बने घावों की जांच की और शव का परीक्षण करने वाले फोरेंसिक विशेषज्ञों से भी बात की. अस्पताल प्रशासन ने शुक्रवार देर रात को हुए शव परीक्षण का वीडियो भी टीम को दिखाया.
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जांच टीम ने इसके बाद हैदराबाद-बेंगलुरु राजमार्ग पर चटनपल्ली गांव के निकट एक अंडरपास के पास कथित मुठभेड़ स्थल का दौरा भी किया. टीम के जांच अधिकारियों ने संबंधित अन्य जानकारियों को प्रशासन से भी प्राप्त किया. उन्होंने बाद में चार मृतकों के परिवारों के बयान भी दर्ज किए.
एनएचआरसी की टीम राज्य में तीन दिनों तक रहेगी. इस दौरान वह जांच करेगी कि पुलिस ने स्थापित प्रक्रिया के दायरे में काम किया है या नहीं और अगर पुलिस से कोई चूक हुई है तो उसकी भी जांच की जाएगी.
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गांधी अस्पताल के फोरेंसिक चीफ कृपाल सिंह ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर एनएचआरसी द्वारा जांच पूरी कर ली गई है.
कृपाल सिंह का कहना हेै कि शव का परीक्षण (autopsy) एनएचआरसी द्वारा जारी प्रोटोकाल पर किया गया है और टीम ने इसे सत्यापित भी किया है.
उन्होंने कहा कि शव परीक्षण की पूरी रिपोर्ट तीन दिनों में उपलब्ध होगी और इसे उच्च न्यायालय या एनएचआरसी को सौंप दिया जाएगा.
इस बीच तेलंगाना पुलिस ने कहा कि उसने चारों आरोपियों के खिलाफ उनके साथ गए पुलिसवालों पर 'हमला' करने का मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस की कार्रवाई पर उठ रहे सवालों के बीच मारे गए आरोपियों में से एक की पत्नी आज नारायणपेट जिले में स्थित अपने गांव में कुछ अन्य लोगों के साथ सड़क पर बैठ गई और चक्का जाम किया. उसका आरोप था कि उसके साथ नाइंसाफी हुई है.
मारे गए आरोपी चेन्नकेशावुलू की गर्भवती पत्नी रेणुका ने कहा, 'गलती करने पर कितने लोग जेल में हैं...उन्हें भी उसी तरह गोली मार दी जाना चाहिए जैसे इन्हें (महिला पशुचिकित्सक मामले के आरोपी) मारी गई...हम तब तक शवों को नहीं दफनाएंगे.'
एनएचआरसी का दल यहां से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित चट्टनपल्ली गांव पहुंचा जहां यह कथित मुठभेड़ हुई थी. दल में एक फोरेंसिक विशेषज्ञ भी शामिल हैं. यह मुठभेड़ स्थल उस जगह से थोड़ी ही दूर स्थित है जहां 27 नवंबर की रात पशु चिकित्सक से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या किये जाने के बाद उसका जला हुआ शव बरामद हुआ था.
अधिकारियों ने कहा कि दल ने पोस्टमार्टम के बाद महबूबनगर के सरकारी अस्पताल में रखे गए आरोपियों के शव का भी निरीक्षण किया. आरोपियों के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी करायी गयी.
पुलिस उपायुक्त (शमशाबाद जोन) एन प्रकाश रेड्डी ने संवाददाताओं को बताया, “उन्होंने अपराधस्थल का दौरा किया और जांच की प्रक्रिया चल रही है.'
अधिकारियों ने कहा कि दल ने महबूबनगर के सरकारी अस्पताल के शवगृह में रखे आरोपियों के शवों की जांच की. पोस्टमार्टम करने वाले दल में शामिल एक विशेषज्ञ ने कहा कि एनएचआरसी के दल ने यह देखा कि क्या पोस्टमार्टम तय प्रक्रियाओं का पालन करते हुए किया गया है. इसके अलावा दल की जांच में कुछ अन्य पहलु भी शामिल थे.
उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट दो दिनों में तैयार की जाएगी.