नई दिल्ली : नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने गुरुवार को कहा कि नौसेना चीन समेत नौसैन्य क्षेत्र में कई तरह की चुनौतियों से अवगत है और उससे निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
नौसेना दिवस की पूर्व संध्या पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में किसी भी तरह के अतिक्रमण जैसी स्थिति में नौसेना के पास मानक संचालन प्रक्रिया है.
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा की स्थितियों का हवाला देते हुए नौसेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय नौसेना का निगरानी विमान पी-81 और हेरोन ड्रॉन इस इलाके में तैनात हैं.
उन्होंने कहा, 'हम जो भी कर रहे हैं, वह सेना और भारतीय वायु सेना के साथ करीबी समन्वय से कर रहे हैं.'
भारत और चीन के बीच पिछले करीब सात महीने से पूर्वी लद्दाख में सीमा गतिरोध चल रहा है और यह गतिरोध चीन के आक्रामक रवैये से पैदा हुआ है.
एडमिरल सिंह ने देश के सामने मौजूद नौसैन्य क्षेत्र की चुनौतियों पर कहा कि भारतीय नौसना परीक्षा की घड़ियों में डटे रहने के लिए दृढ़ संकल्पित है.
उन्होंने प्रस्तावित 'मैरीटाइम थियेटर कमांड' के बारे में कहा कि कार्य प्रगति पर है और इसका वास्तविक आकार कुछ समय के बाद सामने आएगा.
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नौसेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय नौसेना का ध्यान पानी के भीतर क्षमताओं को बढ़ाने पर केंद्रित है.
तीसरे विमान वाहक पोत को शामिल करने पर उन्होंने कहा कि नौसेना अपनी जरूरतों के बारे में बेहद स्पष्ट है.