नई दिल्ली : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा घोषित 21 दिवसीय राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को घातक कोरोना वायरस से बचाने के लिए आवश्यक करार दिया. लेकिन उन्होंने केंद्र सरकार की सहायता के बिना जीवित नहीं रह सकने वाले लाखों गरीबों और दैनिक वेतनभोगियों के लिए तत्काल राहत पैकेज की घोषणा करने में केंद्र की विफलता पर अफसोस भी जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस चक्र को तोड़ना अनिवार्य था, जिसके लिए ऐसे चरम कदम आवश्यक थे, क्योंकि कई अन्य राष्ट्रों के हालात पहले ही देश देख चुका है. हालांकि, उतने ही महत्वपूर्ण वो लोग भी हैं, जो लोग अपनी दैनिक बुनियादी जरूरतों को पूरा नहीं कर सकते हैं.
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कैप्टन अमरिंदर ने देश में स्वास्थ्य, चिकित्सा और अनुसंधान सुविधाओं के लिए केंद्र द्वारा 15,000 रुपये के आवंटन का स्वागत करते हुए, प्रधानमंत्री से यह भी आग्रह किया कि वे एक व्यापक पैकेज भारत के उन नागरिकों के लिए लाएं ताकि वे इन तीन सप्ताह की अवधि में आवश्यक बुनियादी चीजों से वंचित ना हों.
कैप्टन अमरिंदर ने लोगों से आग्रह किया कि वे घर पर रहकर कोरोना वायरस से लड़ने की प्रतिज्ञा लें और उन लाखों डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस, मीडिया और अन्य सेवा प्रदाताओं के लिए भी प्रतिज्ञा करें, जो जोखिम के साथ 24X7 काम कर रहे हैं.
अमरिंदर ने लोगों से संकट का मुकाबला करने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के साथ सहयोग करने की अपील की. उन्होंने लोगों से कर्फ्यू/लॉकडाउन का उल्लंघन नहीं करने या कानून को अपने हाथों में न लेने का आह्वान किया.