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जापान में नरेंद्र मोदी : भारतीय समुदाय को किया संबोधित, जय श्री राम के लगे नारे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान दौरे पर हैं. उन्होंने आज कोबे शहर में भारतीय समुदाय को संबोधित किया. पीएम मोदी के संबोधन के बाद उत्साहित जनसमूह ने जय श्री राम और वंदे मातरम के नारे लगाए. जानें पीएम मोदी ने क्या कुछ कहा...

जापान में संबोधित करते PM मोदी
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Published : Jun 27, 2019, 6:02 PM IST

कोबे (जापान) : जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन में शिरकत करने जापान पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया. उन्होंने दोनों देशों की सांस्कृतिक विविधता और संबंधों के मजबूत होने का जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि जापान और भारत कई मामलों में एक हैं.

पढ़ें प्रधानमंत्री का बिंदुवार संबोधन

  • दूसरे विश्व युद्ध के बाद मजबूत हुए भारत-जापान के रिश्ते, कई महापुरुषों का योगदान.
  • इसी के बल पर आने वाले 5 वर्ष में 50 हजार स्टार्टअप का इको सिस्टम भारत को बनाने का लक्ष्य हमने रखा है
  • डिजिटल लिटरेसी आज बहुत तेजी से बढ़ रही है. डिजिटल ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड स्तर पर हैं, इनोवेशन और इन्क्यूबेशन के लिए एक बहुत बड़ा इंफ्रास्ट्रेक्चर तैयार हो रहा है.
  • मुझे खुशी है कि सफलता के साथ हम आगे बढ़ पा रहे हैं.
    जापान में पीएम मोदी का संबोधन
  • भारत की 130 करोड़ जनता के जीवन को आसान और सुरक्षित बनाने के लिए सस्ती और प्रभावी स्पेस टेक्नोलॉजी हासिल करना हमारा लक्ष्य है.
  • मजबूत हो रहा है भारत, जापान के साथ रिश्तों की नई इबारत लिखी जा रही है.
  • पीएम आबे मेरे संसदीय क्षेत्र और दुनिया की सबसे पुरानी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक नगरी में से एक काशी में गंगा आरती में शामिल हुए. उनकी ये तस्वीरें भी हर भारतीय के मन में बस गई हैं.
  • पीएम आबे को दिल्ली के अलावा अहमदाबाद और वाराणसी ले जाने का सौभाग्य मुझे मिला.
  • 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद, मुझे मेरे मित्र प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे के साथ मिलकर इस दोस्ती को मजबूत करने का मौका मिला.
  • लगभग दो दशक पहले, प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी और प्रधानमंत्री योशिरो मोरी जी ने मिलकर हमारे रिश्तों को ग्लोबल पार्टनरशिप का रूप दिया था.
    modi in japan
    भारतीय समुदाय को पीएम मोदी का संबोधन
  • भारत का बच्चा-बच्चा इसे भली भांति जानता है, लेकिन बहुत कम लोगों को ये पता है कि जिन तीन बंदरों को इस संदेश के लिए बापू ने चुना उनका जन्मदाता 70वीं सदी का जापान है.
  • गांधी जी की एक सीख बचपन से हम लोग सुनते आए हैं और वो सीख थी 'बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो, बुरा मत कहो'.
  • इनके मूल में आत्मीयता है, सद्भावना है, एक दूसरे की संस्कृति और सभ्यता के लिए सम्मान है
  • जब दुनिया के साथ भारत के रिश्तों की बात आती है तो जापान का उसमें एक अहम स्थान है. ये रिश्ते आज के नहीं हैं, बल्कि सदियों के हैं.
  • सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के जिस मंत्र पर हम चल रहे हैं, वो भारत पर दुनिया के विश्वास को भी मजबूत करेगा
  • न्यू इंडिया की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए ये जनादेश मिला है. जो पूरे विश्व के साथ हमारे संबंधों को नई ऊर्जा देगा.
  • लोकतंत्र के प्रति भारत के सामान्य जन की निष्ठा अटूट है. हमारी लोकतांत्रिक संस्थाएं और लोकतांत्रिक प्रणाली दुनिया में अग्रणी है.
  • भारत की यही शक्ति 21वीं सदी के विश्व को नई उम्मीद देने वाली है.
  • ये जीत सच्चाई की जीत है, भारत के लोकतंत्र की जीत है.
  • 1971 के बाद देश ने पहली बार एक सरकार को प्रो इंकम्बेंसी जनादेश दिया है.
  • तीन दशक बाद पहली बार लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई है
  • 130 करोड़ भारतीयों ने पहले से भी मजबूत सरकार बनाई है. ये अपने आप में बहुत बड़ी घटना है.
  • सात महीने बाद एक बार फिर मुझे जापान की धरती में आने का मौका मिला था.
  • पिछले बार जब मैं आया था तब मेरे मित्र सिंजो आबे पर भरोसा कर आपने उन्हें जिताया था.
  • इस बार जब मैं आया हूं तब दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत ने इस प्रधान सेवक पर पहले से ज्यादा प्यार और विश्वास जताया है.

इससे पहले पीएम मोदी ने जापानी समकक्ष शिंजो आबे से भेंट की. दोनों नेताओं के बीच आपसी महत्व के मुद्दों पर व्यापक रूप से चर्चा हुई. मोदी ने कहा कि जिस गर्मजोशी के साथ जापानी सरकार ने मेरा और मेरी पार्टी का स्वागत किया, इसके लिए धन्यवाद. जब भारत में चुनावी नतीजे आए थे उस वक्त जापान ने सबसे पहले बधाई दी थी.

ये भी पढ़ें: G-20 Summit: शिंजो आबे के साथ पीएम मोदी की मुलाकात

दूसरी तरफ शिंजो आबे ने कहा कि, अगली बार भारत आने की बारी उनकी है और वे अपनी यात्रा की प्रतीक्षा कर रहे हैं.

इससे पहले पीएम मोदी के ओसाका शहर में पहुंचने पर भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया. कई भारतीयों ने पीएम मोदी को पुष्प भेंट किया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कई बच्चों से भी भेंट की.

ये भी पढ़ें: जापान: भारतीयों ने पीएम का किया स्वागत, मोदी, मोदी के लगे नारे

गौरतलब है कि पीएम मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर कई द्विपक्षीय बैठकें करने वाले हैं. इस कड़ी में फ्रांस, इंडोनेशिया, अमेरिका और तुर्की के राष्ट्राध्यक्षों के साथ भेंट होना प्रस्तावित है.

भारत-चीन और रूस की बैठक एक साथ होने की संभावना है. पीएम मोदी BRICS देशों के नेताओं से भी भेंटकर सकते हैं.

बता दें कि BRICS देशों में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं.

कोबे (जापान) : जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन में शिरकत करने जापान पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया. उन्होंने दोनों देशों की सांस्कृतिक विविधता और संबंधों के मजबूत होने का जिक्र किया. पीएम मोदी ने कहा कि जापान और भारत कई मामलों में एक हैं.

पढ़ें प्रधानमंत्री का बिंदुवार संबोधन

  • दूसरे विश्व युद्ध के बाद मजबूत हुए भारत-जापान के रिश्ते, कई महापुरुषों का योगदान.
  • इसी के बल पर आने वाले 5 वर्ष में 50 हजार स्टार्टअप का इको सिस्टम भारत को बनाने का लक्ष्य हमने रखा है
  • डिजिटल लिटरेसी आज बहुत तेजी से बढ़ रही है. डिजिटल ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड स्तर पर हैं, इनोवेशन और इन्क्यूबेशन के लिए एक बहुत बड़ा इंफ्रास्ट्रेक्चर तैयार हो रहा है.
  • मुझे खुशी है कि सफलता के साथ हम आगे बढ़ पा रहे हैं.
    जापान में पीएम मोदी का संबोधन
  • भारत की 130 करोड़ जनता के जीवन को आसान और सुरक्षित बनाने के लिए सस्ती और प्रभावी स्पेस टेक्नोलॉजी हासिल करना हमारा लक्ष्य है.
  • मजबूत हो रहा है भारत, जापान के साथ रिश्तों की नई इबारत लिखी जा रही है.
  • पीएम आबे मेरे संसदीय क्षेत्र और दुनिया की सबसे पुरानी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक नगरी में से एक काशी में गंगा आरती में शामिल हुए. उनकी ये तस्वीरें भी हर भारतीय के मन में बस गई हैं.
  • पीएम आबे को दिल्ली के अलावा अहमदाबाद और वाराणसी ले जाने का सौभाग्य मुझे मिला.
  • 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद, मुझे मेरे मित्र प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे के साथ मिलकर इस दोस्ती को मजबूत करने का मौका मिला.
  • लगभग दो दशक पहले, प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी और प्रधानमंत्री योशिरो मोरी जी ने मिलकर हमारे रिश्तों को ग्लोबल पार्टनरशिप का रूप दिया था.
    modi in japan
    भारतीय समुदाय को पीएम मोदी का संबोधन
  • भारत का बच्चा-बच्चा इसे भली भांति जानता है, लेकिन बहुत कम लोगों को ये पता है कि जिन तीन बंदरों को इस संदेश के लिए बापू ने चुना उनका जन्मदाता 70वीं सदी का जापान है.
  • गांधी जी की एक सीख बचपन से हम लोग सुनते आए हैं और वो सीख थी 'बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो, बुरा मत कहो'.
  • इनके मूल में आत्मीयता है, सद्भावना है, एक दूसरे की संस्कृति और सभ्यता के लिए सम्मान है
  • जब दुनिया के साथ भारत के रिश्तों की बात आती है तो जापान का उसमें एक अहम स्थान है. ये रिश्ते आज के नहीं हैं, बल्कि सदियों के हैं.
  • सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के जिस मंत्र पर हम चल रहे हैं, वो भारत पर दुनिया के विश्वास को भी मजबूत करेगा
  • न्यू इंडिया की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए ये जनादेश मिला है. जो पूरे विश्व के साथ हमारे संबंधों को नई ऊर्जा देगा.
  • लोकतंत्र के प्रति भारत के सामान्य जन की निष्ठा अटूट है. हमारी लोकतांत्रिक संस्थाएं और लोकतांत्रिक प्रणाली दुनिया में अग्रणी है.
  • भारत की यही शक्ति 21वीं सदी के विश्व को नई उम्मीद देने वाली है.
  • ये जीत सच्चाई की जीत है, भारत के लोकतंत्र की जीत है.
  • 1971 के बाद देश ने पहली बार एक सरकार को प्रो इंकम्बेंसी जनादेश दिया है.
  • तीन दशक बाद पहली बार लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई है
  • 130 करोड़ भारतीयों ने पहले से भी मजबूत सरकार बनाई है. ये अपने आप में बहुत बड़ी घटना है.
  • सात महीने बाद एक बार फिर मुझे जापान की धरती में आने का मौका मिला था.
  • पिछले बार जब मैं आया था तब मेरे मित्र सिंजो आबे पर भरोसा कर आपने उन्हें जिताया था.
  • इस बार जब मैं आया हूं तब दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत ने इस प्रधान सेवक पर पहले से ज्यादा प्यार और विश्वास जताया है.

इससे पहले पीएम मोदी ने जापानी समकक्ष शिंजो आबे से भेंट की. दोनों नेताओं के बीच आपसी महत्व के मुद्दों पर व्यापक रूप से चर्चा हुई. मोदी ने कहा कि जिस गर्मजोशी के साथ जापानी सरकार ने मेरा और मेरी पार्टी का स्वागत किया, इसके लिए धन्यवाद. जब भारत में चुनावी नतीजे आए थे उस वक्त जापान ने सबसे पहले बधाई दी थी.

ये भी पढ़ें: G-20 Summit: शिंजो आबे के साथ पीएम मोदी की मुलाकात

दूसरी तरफ शिंजो आबे ने कहा कि, अगली बार भारत आने की बारी उनकी है और वे अपनी यात्रा की प्रतीक्षा कर रहे हैं.

इससे पहले पीएम मोदी के ओसाका शहर में पहुंचने पर भारतीय समुदाय के लोगों ने उनका जोरदार स्वागत किया. कई भारतीयों ने पीएम मोदी को पुष्प भेंट किया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कई बच्चों से भी भेंट की.

ये भी पढ़ें: जापान: भारतीयों ने पीएम का किया स्वागत, मोदी, मोदी के लगे नारे

गौरतलब है कि पीएम मोदी जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर कई द्विपक्षीय बैठकें करने वाले हैं. इस कड़ी में फ्रांस, इंडोनेशिया, अमेरिका और तुर्की के राष्ट्राध्यक्षों के साथ भेंट होना प्रस्तावित है.

भारत-चीन और रूस की बैठक एक साथ होने की संभावना है. पीएम मोदी BRICS देशों के नेताओं से भी भेंटकर सकते हैं.

बता दें कि BRICS देशों में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं.

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JAPAN-MODI-LD BULLETTRAIN
From cars to bullet trains, India-Japan ties have come a long way: PM Modi
(Eds: Updating with fresh quotes, details)
         Kobe, Jun 27 (PTI) Prime Minister Narendra Modi said Thursday the ties between India and Japan have become stronger from the time the two countries cooperated to make a car to coming together to manufacture the bullet trains.
          Addressing the Indian community in this Japanese city, Prime Minister Modi said Japan has played an important role in India's economic development.
          "When it comes to India's relations with the world, Japan holds an important position. These relations are not of today but date back to centuries. It has harmony and respect for each other's culture at its foundation," Modi said.
          He said the bilateral ties are going to become more robust as India aims to become a USD 5 trillion economy in the next five years.
          "There was a time when we were collaborating in building cars and today we are collaborating in building a bullet train," said Modi, who is here to attend the G20 Summit to be held in Osaka from Friday.
          "Today there is no such part of India where Japan's projects or investments have not left its mark. Similarly talent and manpower of India are contributing to strengthen Japan," he told the enthusiastic Indian diaspora who gave a rousing welcome to the Prime Minister at the Hyogo Prefecture Guest House.
          India is planning to run its first bullet train between Mumbai and Ahmedabad with Japan's help. The first stretch of the ambitious project is expected to be completed by 2022.
          The National High Speed Rail Corporation Limited (NHRSCL) is in the process of acquiring land for the 508-kilometer project.
          Modi said Swami Vivekananda, Rabindranath Tagore, Mahatma Gandhi, Netaji Subhash Chandra Bose, Justice Radhabinod Pal and many Indians strengthened India's relationship with Japan and that is why after WW-II, India and Japan's relationship reached newer heights.
          "After I became Prime Minister in 2014 I got an opportunity to strengthen India-Japan friendship, together with my friend PM Shinzo Abe. We took our diplomatic relations beyond the purview of capitals & ambassadors & took them directly among public," he said.
          The Prime Minister also heaped praise on his "dear friend" Abe.
          "Besides Delhi and Ahmedabad, I had the opportunity to take Prime Minister Abe to Varanasi. He visited my parliamentary constituency and participated in the Ganga aarti there. Whenever he got the opportunity, he spoke of this divine experience," he said.
          Modi said his government's main areas of focus were social security and infrastructure development.
          "We'll launch Chandrayaan-2 in few months and by 2022 we're planning to launch India's maiden human spaceflight program-Gaganyaan," he said. PTI SCY AKJ
MRJ
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