नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने चुनाव आयोग में भारतीय जनता पार्टी द्वारा संचालित किए जा रहे नमो टीवी पर आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. चुनाव आयोग ने दोनों पार्टियों की शिकायत को संज्ञान में लेते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से इस मामले में जवाब मांगा है.
इसी मामले पर राजनीतिक विशेषज्ञ सुरेश बाफना ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि नमो टीवी सेटेलाइट के माध्यम से विज्ञापन के स्वरूप में प्रसारित किया जाने वाला चुनावी चैनल है जो कि चुनाव खत्म होते ही बंद भी हो जाएगा.
सुरेश बाफना ने कहा की चुनाव के दौरान सभी राजनीतिक पार्टियां अपना अपना प्रचार करती हैं जिसके लिए वह विभिन्न माध्यमों का प्रयोग करती हैं ताकि वह अपनी बात जनता तक पहुंचा सकें. नमो टीवी भी इसी तरह काम कर रहा है, इस तरीके का प्रसारण अन्य पार्टियों द्वारा भी किया जा सकता है. इसमें किसी भी तरीके की आचार संहिता का उल्लंघन करने की बात सामने नहीं आती है.
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उन्होंने राजनीतिक दलों द्वारा बार बार आचार संहिता का उल्लंघन करने पर कहा कि चुनाव आयोग उल्लंघन करने वालों को चुनाव लड़ने से नहीं रोक सकता लेकिन आयोग के पास इतना अधिकार है कि वह नेताओं द्वारा की गई गलत बातों को जनता तक पहुंचा सके.
उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान यदि किसी प्रत्याशी पर आपराधिक कार्य करने का आरोप लगता है तो ऐसी स्थिति में हमारे देश के संविधान में ऐसे कानून भी हैं जिससे उनको दंड दिया जा सके.