बेंगलुरु : भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने रविवार को बेंगलुरु में राष्ट्रीय एकता अभियान के दौरान कहा कि अनुच्छेद 370 के खत्म होने से जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए मार्ग प्रशस्त होगा. वहां के लोग अब तक द्वितीय वर्ग के नागरिकों का जीवन जी रहे थे.
नड्डा ने कहा, यह न केवल भारत के लोगों के लिए एक खुशी का क्षण है, बल्कि जम्मू-कश्मीर में उन लोगों के लिए भी है क्योंकि वे दूसरे वर्ग के नागरिकों की तरह जी रहे थे. उन्होंने बेंगलुरु में पैलेस ग्राउंड में 'एक राष्ट्र, एक संविधान' विषय पर सभा को संबोधित करते हुए कहा, अब वे राष्ट्र की मुख्यधारा में शामिल हो सकते हैं.
नड्डा ने कहा कि संसद द्वारा वर्षों से पारित महत्वपूर्ण कानूनों को अब वहां लागू किया जाएगा. इसमें सूचना का अधिकार अधिनियम, एससी / एसटी अधिनियम और घरेलू हिंसा से संबंधित कानून शामिल हैं.
नड्डा ने आगे कहा, इस फैसले के बाद गुज्जर और बखरवाल लोग भी चुनाव लड़ सकते हैं. जम्मू-कश्मीर विधानसभा में एससी / एसटी के लिए आरक्षण होगा.
पढ़ें-आर्टिकल 370 अब बस एक संख्या मात्र है: जेपी नड्डा
उन्होंने कहा कि धारा 370 को निरस्त करने से दलितों को न्यायिक और प्रशासनिक सेवाओं में शामिल होने का अधिकार मिलेगा, ऐसा उन्हें पहले करने की अनुमति नहीं थी.
उन्होंने आगे कहा, 370 में ऐसे प्रावधान थे कि पंजाब के दलित जो जम्मू-कश्मीर जाते थे, वह सफाई कर्मचारी होने के अलावा कोई काम नहीं कर सकते. यह उनके साथ अन्याय था.
नड्डा ने पाकिस्तान पर वार करते हुए कहा, दुनिया भारत के साथ है और पाकिस्तान (कश्मीर मुद्दे पर) दुनिया में अलग-थलग है.
उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, यह सच नहीं है कि अनुच्छेद 370 ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिया. यह राजनीतिक दलों द्वारा फैलाया गया एक ऐतिहासिक झूठ है.
नड्डा ने कहा, यदि आप संविधान और अनुच्छेद 370 को पढ़ते हैं, तो यह स्पष्ट रूप से वहां उल्लिखित है कि यह अस्थायी है.
कार्यक्रम के बाद जेपी नड्डा पूर्व क्रिकेटर राहुल द्रविड़ से मिले और उन्हें अनुच्छेद 370 पर एक किताब भी दी. इस दौरान नड्डा के साथ केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कटेल और अरुण कुमार मौजूद थे.