नई दिल्लीः हाल में हुए लोकसभा चुनावों में सपा का निराशाजनक प्रदर्शन रहा. इसे देखते हुए पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे और भाई शिवपाल के बीच फिर एक बार सुलह कराने की कोशिश की है. पार्टी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि मतभेद दूर करने के लिए पिछले कुछ दिन में मुलायम ने अखिलेश, शिवपाल और पूरे कुनबे से मुलाकात की.
बता दें, यह मुलाकातें उत्तर प्रदेश के सैफई में हुई हैं.
सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव की कोशिश फिल्हाल कामियाब होती नजर नहीं आ रही हैं. क्योंकि उनके भाई शिवपाल ने अपनी पार्टी समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का सपा में विलय से इंकार कर दिया है.
बता दें शिवपाल पिछले साल सपा से अलग हो गए थे और उन्होंने समाजवादी सेक्युलर नाम से अपनी अलग पार्टी बना ली थी.
पारिवारिक फूट की वजह के लिए उन्होंने अपने रिश्ते के भाई एवं पार्टी के महासचिव राम गोपाल यादव को जिम्मेदार ठहराया था.
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सूत्रों ने बताया कि शिवपाल को उत्तर प्रदेश में होने वाले 12 उपचुनावों में सपा के साथ मिल कर चुनाव लड़ने से गुरेज नहीं हैं.
भाजपा के नौ और सपा,बसपा से एक-एक विधायक लोकसभा चुनाव जीत गए हैं. इससे 11 सीटें रिक्त हुईं हैं वहीं हत्या के मामले में भाजपा के एक विधायक को दोषी ठहराए जाने के बाद उसे अयोग्य ठहराए जाने से एक सीट रिक्त हुई है.
बताया जा रहा है कि मुलायम ने अखिलेश और शिवपाल दोनों को समझाया है कि अगर परिवार में एका नहीं हुआ तो इसके राजनीतिक परिणाम भुगतने पड़ सकते है.