नई दिल्ली : भारत में मोरक्को के राजदूत मोहम्मद मलिकी ने अफ्रीका में 18 नये दूतावास खोले जाने के भारत सरकार के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि भारत ने एक नये मिशन के तहत 18 नये दूतावास खोलने की घोषणा की है, जिससे पता चलता हेै की भारत अफ्रीकी द्वीप में कूटनीतिक विस्तार करना चाहता है. इतना ही नहीं, भारतीय नेतृत्व ने अफ्रीकी देशों के साथ अपने जुड़ाव को इस तरह स्थापित किया है कि वह अफ्रीका के साथ सबसे आगे खड़ा है.
मोहम्मद मलिकी ने इस संबंध में ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने महाद्वीप में नये मिशन खोलने के लिए भारत के फैसले की सराहना की.
भारत और अफ्रीका के बीच लंबे समय से अच्छे रिश्ते रहे हैं और नये दूतावास खोलने से लोगों को मिलने में आसानी भी होगी. मोरक्को के राजदूत ने कहा कि इससे भारत अफ्रीका के रिश्ते के जुड़ाव के महत्व को देखा जा सकता है.
गौरतलब है कि भारत और मोरक्को के बीच 2018 में द्विपक्षीय व्यापार 1.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा. यह भारत में अफ्रीकी महाद्वीप का दूसरा सबसे बड़ा निवेशक है.
द्विपक्षीय संबंध के बारे में पूछे जाने पर मोहम्मद मलिक ने कहा कि दोनों देश एक साथ मिलकर आगे बढ़ सकते हैं. उन्होंने कहा, 'सभी क्षेत्रों में सहयोग आवश्यक है. साथ ही रक्षा, ऑटोमोबाइल, अंतरिक्ष, कृषि और अन्य क्षेत्रों में भी काफी गुंजाइश है.'
आपको बता दें पिछले साल ही भारत और मोरक्को ने आतंकवाद निरोधी प्रयासों में सहयोग बढ़ाने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किये थे.
इस समझौते पर हस्ताक्षर करने से आर्थिक अपराधों, आतंकवाद और गंभीर अपराधों के आरोपी भगोड़े अपराधियों के लिए एक संयुक्त कानूनी प्लेटफार्म बनाया गया है.
पिछले वर्षों में, भारत और मोरक्को ने विभिन्न क्षेत्रों में लगभग 40 समझौतों पर हस्ताक्षर किये हैं.
भारत में मोरक्को के राजदूत ने 2015 में किंग मोहम्मद VI की नई दिल्ली यात्रा को गेम चेंजर के रूप में श्रेय दिया है.
उन्होंने दावा किया कि तब से दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में वास्तविक गति आई है.
आपके बता दें पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस साल फरवरी में अफ्रीकी राष्ट्र का दौरा किया था.