नई दिल्ली: अमरनाथ यात्रा पर जाने से 24 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि, यात्रियों की मौत का कारण स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं.
गौरतलब है कि, यात्रा की शुरुआत 2 जुलाई को हुई. और यह 15 अगस्त को खत्म होगी. इस संबंध में ITBP (इंडियन तिब्बत बॉर्डर पुलिस) के प्रवक्ता विवेक पांडे ने ईटीवी भारत से बातचीत की है.
विवेक पांडे ने मृत लोगों का आंकड़ा ईटीवी भारत के साथ साझा किया है. साथ ही उन्होंने यह भी बताया है कि, आईटीबीपी यात्रियों के लिए क्या क्या इंतजामात करती है. और किस तरह वो श्रद्धालुओं के लिए कवच का काम करती है.
पांडे ने बातचीत के दौरान बताया कि, अमरनाथ यात्रा की शुरुआत से अब तक दर्जनों लोग मारे गए हैं.
हालांकि हमने सुरक्षित और शांतिपूर्ण यात्रा के लिए सभी जरूरी सावधानियां बरती हैं.
पांडे ने आगे कहा कि, तीर्थयात्रियों के स्वास्थ्य के मद्देनजर 77 मेडिकल टीमों का गठन किया गया है.
उन्होंने कहा कि, 'हमारे स्वास्थ्य अधिकारी दवा और ऑक्सीजन सहित अन्य सभी उपकरणों से लैस हैं, साथ ही वे तीर्थयात्रियों से उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछते रहते हैं.'
विडंबना यह है कि स्वास्थ्य खतरा उन 24 लोगों के लिए अहम कारण था, जो 2 जुलाई को यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक मारे गए हैं.
गौरतलब है कि, इस बार 2,50,000 से अधिक तीर्थयात्री अमरनाथ मंदिर जा रहे हैं.
पांडे ने कहा, रजिस्ट्रेशन के समय सभी लोगों की अच्छी तरह से जांच की जाती है. लेकिन जब वे ऊंचाई पर आते हैं तो चीजें बदल जाती हैं.
पढ़ेंः अमरनाथ यात्रा : पहाड़ से अचानक गिरने लगे पत्थर, श्रद्धालुओं के कवच बने ITBP जवान
आपको बता दें कि, यात्रा के दौरान ITBP स्वच्छ अभियान का भी संचालन कर रहा है.
पांडे ने कहा कि, वहां बहुत कूड़ा था. हम स्वच्छ अभियान चला रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सभी सुरक्षा एजेंसियां यात्रा के दौरान शांति बनाए रखने के लिए समन्वय कर रही हैं.
इससे इस बात का साफ तौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि, कई बाहरी एजेंसियां पवित्र यात्रा के दौरान तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही हैं.
पांडे ने कहा, एक समन्वित सुरक्षा व्यवस्था है, और सभी एजेंसियां अच्छी तरह से समन्वित हैं.