नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और इसकी विचारधारा के बारे में 'गलत धारणा को स्पष्ट करने' के लिए पहली बार संघ प्रमुख मोहन भागवत इस महीने विदेशी मीडिया से बातचीत करेंगे. सूत्रों ने बताया कि संघ पहली बार यह कदम उठाने जा रहा है.
बैठक का समन्वय कर रहे संघ के एक पदाधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान को छोड़कर विभिन्न देशों के 70 विदेशी मीडिया संगठनों को इस आशय के लिए निमंत्रण भेजा गया है.
संघ के पदाधिकारी ने कहा कि इस 'ब्रीफिंग' का उद्देश्य विभिन्न मुद्दों पर संघ के नजरिये को रखने के साथ ही संगठन को लेकर सालों से विकसित हुए 'गलत विमर्श' को भी दूर करना है.
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संघ के एक अन्य पदाधिकारी ने बताया, 'इस बैठक का मुख्य उद्देश्य संघ और उसकी विचारधारा के बारे में गलत धारणाओं को दूर करना है.' उन्होंने कहा, 'यह भागवत द्वारा एक अनौपचारिक बैठक होगी जिसके प्रकाशन या प्रसारण की इजाजत नहीं होगी.'
सूत्रों के मुताबिक यह संघ द्वारा विदेशी मीडिया के साथ अपनी तरह का पहला संवाद होगा.
कार्यक्रम से जुड़े एक पदाधिकारी ने कहा, 'बैठक की शुरुआत में भागवत जी का उद्घाटन भाषण होगा और इसके बाद उनके साथ सवाल-जवाब का सत्र होगा.'
संघ का प्रचार विभाग इस बैठक के लिए समन्वय कर रहा है और इसका आयोजन आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय केंद्र में किया जाएगा.