न्यूयॉर्क: संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि 21 सितंबर से शुरू होने संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र में होने वाले उच्च-स्तरीय खंडों के दो बहसों का मुख्य आकर्षण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भागीदारी होगी.
तिरुमूर्ति ने कहा कि इस बार संयुक्त राष्ट्र महासभा कई तरीकों से ऐतिहासिक होगी. जहां तक भारत का संबंध है, सोमवार से शुरू होने वाले उच्च स्तरीय खंडों में दो बहस में पीएम मोदी की भागीदारी होगी. एक विशेष साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि पहली एक सामान्य बहस है, जहां प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे और राष्ट्रीय वक्तव्य देंगे, जबकि दूसरा संयुक्त राष्ट्र की 75 वीं वर्षगांठ मनाने के लिए उच्च स्तरीय पूर्ण बैठक है. उनका पता निश्चित रूप से संयुक्त राष्ट्र महासभा में हमारी भागीदारी का मुख्य आकर्षण होगा.
राजनयिक ने बताया कि जैव विविधता शिखर सम्मेलन का आयोजन 30 सितंबर को वर्चुअली किया जाएगा. इस सम्मेलन का विषय 'स्थायी विकास के लिए जैव विविधता पर तत्काल कार्रवाई' है. यह संयुक्त राष्ट्र में जैव विविधता पर पहला शिखर सम्मेलन होगा. हमारे पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर इस शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे.
तिरुमूर्ति ने जोर देकर कहा कि भारत दुनिया के 10 मेगा जैव विविधता वाले देशों में से एक है और देश ने जैव विविधता के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा भारत ने हाल ही में इस वर्ष फरवरी में वन्य प्राणियों के प्रवासी प्रजाति के संरक्षण पर सम्मेलन का आयोजन किया. हमने दिल्ली में पिछले साल सितंबर में संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन टू कॉम्बैट डेजर्टिफिकेशन के लिए पार्टियों का सम्मेलन भी आयोजित किया था.
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उन्होंने यह भी बताया कि महिलाओं पर विश्व सम्मेलन की 25 वीं वर्षगांठ 1 अक्टूबर को मनाई जाएगी. महिला सशक्तीकरण और लैंगिक संवेदनशीलता के प्रति भारत की मजबूत प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए इस आयोजन में महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी भाग लेंगी. इसके अलावा, विदेश मंत्री एस जयशंकर संयुक्त राष्ट्र महासभा के आयोजन पर होने वाली कुछ मंत्री बैठकों में भाग लेंगे.
उन्होंने आगे बताया कि 2 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र परमाणु हथियारों के पूर्ण उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस आयोजित करेगा. विदेश सचिव हर्षवर्धन इसमें भारत की तरफ से टिप्पणी करेंगे.