नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी कैबिनेट ने गुरुवार को शपथ ले लिया है. 17वीं लोकसभा में दूसरी बार की मोदी सरकार की कैबिनेट में कई पुराने दिग्गज चेहरों को स्थान मिला है और कइयों को जगह नहीं मिली.
जिन नेताओं को इस बार की मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिली है उनमें अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, मेनका गांधी, राज्यवर्धन सिंह राठौर, सुरेश प्रभु सहित कई अन्य नेता शामिल हैं.
राज्यवर्धन सिंह राठौर
पिछली मोदी सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर का पदभार संभाल चुके राज्यवर्धन सिंह राठौर को इस बार की नरेंद्र मोदी सरकार की कैबिनेट में जगह नहीं मिली.
अरुण जेटली
नई कैबिनेट में पिछली सरकार में वित्त मंत्री का पदभार संभाल चुके अरुण जेटली इस बार के मंत्रिमंडल में शामिल नहीं हुए हैं. हालांकि जेटली ने पहले ही स्वास्थ्य कारणों से मंत्री बनने से इनकार कर दिया था.
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उन्होंने इस संबंध में पीएम मोदी को खत भी लिखा था कि वे नई सरकार में शामिल नहीं होंगे.
मेनका गांधी
पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी को भी इस बार कैबिनेट में जगह नहीं मिली है. मेनका गांधी इससे पहले मोदी सरकार में महिला एंव बाल विकास मंत्री थीं.
जेपी नड्डा
पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा भी इस बार मोदी सरकार की नई कैबिनेट में शामिल नहीं हैं. वे कद्दावर नेताओं में गिने जाते रहे हैं.
सुषमा स्वराज
पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी नई सरकार का हिस्सा नहीं हैं. उन्होंने इसकी जानकारी पहले ही दे दी थीं. उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए इस बार की लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने और नई सरकार में शामिल नहीं होने की बात कही थीं.
उमा भारती
बीजेपी की फायरब्रांड नेता रहीं उमा भारती को नई सरकार में जगह नहीं मिली है. उन्होंने भी चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की थीं.
सुरेश प्रभु
बीजेपी के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु को इस बार नए कैबिनेट में जगह नहीं मिली है.
इन नेताओं को भी नहीं मिली कैबिनेट में जगह