रीवा: मध्य प्रदेश के रीवा के रहने वाले अनिल साकेत का चार साल से लापता होने के बाद अब जाकर पता लग गया है. लेकिन उसकी घर वापसी कराने की डगर बड़ी मुश्किल है क्योंकि वह पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की जेल में बंद है. युवक की गुमशुदगी की रिपोर्ट नई गढ़ी थाने में दर्ज कराई गई थी. अब युवक के पाकिस्तान की जेल में बंद होने की खबर से परिजन परेशान हैं. लिहाजा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रिहाई की गुहार लगा रहे हैं.
चार साल पहले घर से लापता हुए अनिल साकेत के पाकिस्तानी जेल में बंद होने की खबर जैसे ही उसके गांव पहुंची, हर कोई सकते में आ गया. नईगढ़ी थाना पुलिस ने अनिल के घर जाकर परिजनों को उसके पाकिस्तान में बंद होने की जानकारी दी और उसकी पहचान संबंधित दस्तावेज की मांग की.
पढ़ें: राकांपा के जयंत पाटील ने महाराष्ट्र में 20 हजार करोड़ रुपये के जमीन घोटाले का आरोप लगाया
पुलिस से पता चला बेटा पड़ोसी मुल्क की जेल में है बंद
चार साल बाद गुमशुदा बेटे का पता तो चल गया, लेकिन उसके पाकिस्तानी जेल में बंद होने की खबर ने परिवार की चिंता और बढ़ा दी. इस मामले में रीवा एसपी आबिद खान का कहना है कि कुछ समय पहले भारत सरकार से एक युवक की जानकारी मांगते हुए ये बताया गया था कि वह पाकिस्तान की जेल में बंद है.
परिजनों ने PM से लगाई रिहाई की गुहार
पुलिस में जांच में पाया की अनिल साकेत नाम का युवक रीवा जिले के नईगढ़ी थाना क्षेत्र के छदनहाइ गांव का रहने वाला है. जो 10 जनवरी 2015 से लापता है. उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट परिजनों ने नईगढ़ी थाने में दर्ज कराई थी. ये सूचना केंद्र सरकार को भेज दी गयी है. दूसरी ओर अनिल के परिजन केंद्र सरकार और पीएम मोदी से अपने बेटे की सुरक्षित वतन वापसी कराने की गुजारिश कर रहे हैं.