नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमिरंदर सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध किया कि है कि वो पाकिस्तान द्वारा ड्रोन से माध्यम से राज्य में पहुंचाए जा रहे हथियारों के मामले पर संज्ञान लें. इस पर गृह मंत्रालय ने केंद्रीय एजेंसियों से जवाब मांगा है कि आखिरकार क्यों ड्रोन की गतिविधियों का पता क्यों नहीं चल सका.
गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन (NTRO) से यह पता लगाने के लिए कहा गया है कि पंजाब में ड्रोन गतिविधि के समय पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कितने फोन एक्टिव थे.
सूत्रों के मुताबिक NTRO इस मामले पर जल्द ही अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोवाल को सौंपेगा.
इसके अलावा गुरुवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जनरल (DG) विवेक कुमार जौहरी ने पंजाब के माधोपुर, गुरुदासपुर और अजनाला क्षेत्रों का दौरा किया और अंतर्राष्ट्रीय सीमा और बीएसएफ की हवाई क्षमताओं की समीक्षा की. वह आज तरनतारन और फिरोजपुर सीमा क्षेत्रों का भी दौरा करेंगे.
पंजाब सीएम कार्यालय अनुसार, आतंकवादी समूह पंजाब और आसपास के राज्यों में आतंकवादी हमलों की एक श्रृंखला की साजिश रच रहा था.
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गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के बताया कि गृह मंत्रालय ने इस मामले पर एक समिति की गठन किया है. जो ड्रोन विरोधी तकनीक पर कार्य कर रही है.
इस समिति में ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (BPRD), दिल्ली पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) और नागरिक उड्डयन महानिदेशक (DGCA) के सदस्य शामिल हैं.