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ड्रोन की गतिविधियों पर गृह मंत्रालय ने केंद्रीय एजेंसियों से जवाब मांगा

पाकिस्तान द्वारा पंजाब में हथियार पहुंचाने का मामले सामने आने के बाद गृह मंत्रालय एक समिति की गठन किया जो ड्रोन विरोधी तकनीक पर कार्य कर रही है.

अमित शाह ( फाइल फोटो)
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Published : Sep 27, 2019, 5:37 PM IST

Updated : Oct 2, 2019, 5:48 AM IST

नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमिरंदर सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध किया कि है कि वो पाकिस्तान द्वारा ड्रोन से माध्यम से राज्य में पहुंचाए जा रहे हथियारों के मामले पर संज्ञान लें. इस पर गृह मंत्रालय ने केंद्रीय एजेंसियों से जवाब मांगा है कि आखिरकार क्यों ड्रोन की गतिविधियों का पता क्यों नहीं चल सका.

गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन (NTRO) से यह पता लगाने के लिए कहा गया है कि पंजाब में ड्रोन गतिविधि के समय पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कितने फोन एक्टिव थे.

सूत्रों के मुताबिक NTRO इस मामले पर जल्द ही अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोवाल को सौंपेगा.

इसके अलावा गुरुवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जनरल (DG) विवेक कुमार जौहरी ने पंजाब के माधोपुर, गुरुदासपुर और अजनाला क्षेत्रों का दौरा किया और अंतर्राष्ट्रीय सीमा और बीएसएफ की हवाई क्षमताओं की समीक्षा की. वह आज तरनतारन और फिरोजपुर सीमा क्षेत्रों का भी दौरा करेंगे.

पंजाब सीएम कार्यालय अनुसार, आतंकवादी समूह पंजाब और आसपास के राज्यों में आतंकवादी हमलों की एक श्रृंखला की साजिश रच रहा था.

पढ़ें- कश्मीर पांच अगस्त से पहले बदहाल स्थिति में था: जयशंकर

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के बताया कि गृह मंत्रालय ने इस मामले पर एक समिति की गठन किया है. जो ड्रोन विरोधी तकनीक पर कार्य कर रही है.

इस समिति में ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (BPRD), दिल्ली पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) और नागरिक उड्डयन महानिदेशक (DGCA) के सदस्य शामिल हैं.

नई दिल्ली: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमिरंदर सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध किया कि है कि वो पाकिस्तान द्वारा ड्रोन से माध्यम से राज्य में पहुंचाए जा रहे हथियारों के मामले पर संज्ञान लें. इस पर गृह मंत्रालय ने केंद्रीय एजेंसियों से जवाब मांगा है कि आखिरकार क्यों ड्रोन की गतिविधियों का पता क्यों नहीं चल सका.

गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय तकनीकी अनुसंधान संगठन (NTRO) से यह पता लगाने के लिए कहा गया है कि पंजाब में ड्रोन गतिविधि के समय पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कितने फोन एक्टिव थे.

सूत्रों के मुताबिक NTRO इस मामले पर जल्द ही अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोवाल को सौंपेगा.

इसके अलावा गुरुवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जनरल (DG) विवेक कुमार जौहरी ने पंजाब के माधोपुर, गुरुदासपुर और अजनाला क्षेत्रों का दौरा किया और अंतर्राष्ट्रीय सीमा और बीएसएफ की हवाई क्षमताओं की समीक्षा की. वह आज तरनतारन और फिरोजपुर सीमा क्षेत्रों का भी दौरा करेंगे.

पंजाब सीएम कार्यालय अनुसार, आतंकवादी समूह पंजाब और आसपास के राज्यों में आतंकवादी हमलों की एक श्रृंखला की साजिश रच रहा था.

पढ़ें- कश्मीर पांच अगस्त से पहले बदहाल स्थिति में था: जयशंकर

गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के बताया कि गृह मंत्रालय ने इस मामले पर एक समिति की गठन किया है. जो ड्रोन विरोधी तकनीक पर कार्य कर रही है.

इस समिति में ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (BPRD), दिल्ली पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) और नागरिक उड्डयन महानिदेशक (DGCA) के सदस्य शामिल हैं.

Intro:New Delhi: Four days after Punjab CM requested Union Home Minister Amit Shah to look into the incidents of Pakistan-origin drones being used to airdrop weapons in the state, the Home Ministry has sought answers from the central agencies to know that why such drone movement was not detected.


According to Home Ministry sources, the National Technical Research Organisation (NTRO) has been asked to trace how many phones were functional along the international border with Pakistan at the time of drone activity in Punjab.

"NTRO will submit this report to National Security Advisor Ajit Doval," added sources.




Body:On Thursday, Border Security Force (BSF) directed general (DG) Vivek Kumar Johri visited Punjab' Madhopur, Gurudaspur and Ajnala areas to review arrangements along the international border and aerial capabilities of BSF. He will visit Tarn Taran and Ferozepur border areas today.

According to Punjab CM's office communique, the terror group was conspiring to unleash a series of terrorist strikes in Punjab and adjoining states.


Conclusion:A Home Ministry official informed that MHA has constituted a committee which will work on anti-drone technology. This committee has members from Bureau of Police Research and Development (BPRD), Delhi Police, Central Armed Police Forces (CAPF's) and Director General of Civil Aviation (DGCA).
Last Updated : Oct 2, 2019, 5:48 AM IST
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