श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में जारी हलचल के बीच पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने चिंता जाहिर की. इस दौरान उन्होंने कहा कि घाटी में घबराहट का माहौल व्याप्त है. उन्होंने सवाल किया कि कश्मीर में क्या हो रहा है. उन्होंन कहा कि कश्मीरियों को राहत देने की कोशिश नहीं की जा रही है.
मुफ्ती ने पीएम मोदी पर निधाना साधते हुए कहा, 'कहां गई इंसानियत, कश्मीरियत और जम्हूरियत?'
साथ ही महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यात्रियों, पर्यटकों और छात्रों को कश्मीर से जाने को कहा गया. कश्मीरियों को राहत देने की कोशिश नहीं की जा रही है.
बता दें, रविवार को महबूबा मुफ्ती होटल में जम्मू-कश्मीर की क्षेत्रीय पार्टियों के साथ बैठक करने वाली थीं, लेकिन राज्य पुलिस ने सभी होटलों को एडवाइजरी जारी कर राजनीतिक बैठक रद्द करने के लिए कहा.
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इसे लेकर महबूबा मुफ्ती ने कहा कि केंद्र सरकार को इस पर सफाई देनी चाहिए. हम सभी क्षेत्रीय पार्टियों ने बैठकर बात करने का फैसला किया था. इसलिए हमने होटल में बैठने का फैसला किया था.
उन्होंने कहा कि लेकिन इस होटल को एडवाइजरी जारी की गई और राजनीतिक दलों की बैठक पर रोक लगा दी गई है. इसलिए हमें होटल से मीटिंग रद्द कर शाम छह बजे अपने घर पर बैठक रखनी पड़ी.
उन्होंने बताया कि फारूक अब्दुल्ला से उन्होंने बात की. उन्होंने बताया कि अब्दुल्ला की तबीयत ठीक नहीं है, लेकिन उमर अब्दुल्ला आएंगे. उन्होंने कहा कि आप (केंद्र) जो करने जा रहे हैं वो पूरे देश के लिए खतरनाक होगा.
इसे लेकर मुफ्ती ने एक बार फिर 35A या 370 से छेड़छाड़ पर चेतावनी दी है. महबूबा ने कहा, 'हमने इस देश के लोगों को समझाने का प्रयास किया था कि अगर 35A या 370 से छेड़छाड़ करेंगे तो इसके क्या परिणाम हो सकते हैं.
महबूबा ने कहा कि हमने अपील भी की है लेकिन केंद्र की तरफ से कोई आश्वासन नहीं मिला है. वे ये भी नहीं कह रहे हैं कि सबकुछ ठीक हो जाएगा.