नई दिल्ली : राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास की पहली बैठक आज राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में संपन्न हुई. बैठक में महंत नृत्य गोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष चुना गया. पीएम मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा को भवन निर्माण समिति का प्रमुख बनाया गया है. चंपत राय को ट्रस्ट का महासचिव चुना गया है. कोषाध्यक्ष का दायित्व स्वामी गोविंद देव गिरि जी को सौंपा गया है. बैठक खत्म होने के बाद चंपत राय ने विस्तृत जानकारी दी.
गोविंद देव गिरि ने बताया कि अयोध्या में भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में न्यास का बैंक खाता खोलने का निर्णय भी किया गया है. उन्होंने बताया, 'मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपालदास को राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास का अध्यक्ष प्रबंध के रूप में नामित किया गया है.' बैठक में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के चार्टर्ड एकाउंटेंट के रूप में दिल्ली की फर्म वी शंकर अय्यर एंड कंपनी को स्वीकार किया गया.
मंदिर का निर्माण कार्य शुरू होने की तिथि के बारे में पूछे जाने पर स्वामी गोविंददेव गिरि ने बताया कि नृपेन्द्र मिश्रा के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया गया है जो विशेषज्ञों एवं अन्य लोगों से विचार विमर्श करके यह तय करेगी कि निर्माण कार्य कब से शुरू किया जाए?
उक्त बचत बैंक खाता में कुल तीन व्यक्ति अधिकृत हस्ताक्षरकर्ता होंगे जिनमें चंपत राय, गोविंददेव गिरि और डा. अनिल कुमार मिश्रा शामिल हैं. उन्होंने बताया कि अयोध्या में एक उचित एवं सुरक्षित स्थान खोजा जायेगा जहां पर ट्रस्ट का स्थायी कार्यालय होगा. यह दायित्व दो न्यासी विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्र और डा. अनिल मिश्र को दिया गया है और दोनों अयोध्या के निवासी हैं.
सूत्रों ने बताया कि एक विचार यह आया था कि दो अप्रैल को रामनवमी को मुहूर्त कार्य किया जाए.
बैठक में नौ प्रस्ताव पारित किए गए. इस बैठक में भारत सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर अतिरिक्त सचिव गृह विभाग ज्ञानेश कुमार शामिल हुए. इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर आईएएस अवनीश अवस्थी तथा अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज कुमार झा उपस्थित थे. सूत्रों ने बताया कि ट्रस्ट की अगली बैठक 15 दिनों बाद अयोध्या में हो सकती है.
चंपत राय ने बताया, 'उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भारतीय स्टेट बैंक की एक शाखा में बचत बैंक खाता खोला जाए और ट्रस्ट के लिये बैंक लाकर को भी उसी बैंक में सुनिश्चित किया जाए.'
बैठक में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी रहे नृपेन्द्र मिश्रा को भवन निर्माण समिति का चेयरमैन नियुक्त किया गया है. भवन निर्माण समिति मुख्य रूप से रामजन्मभूमि के लिये बनने वाले मंदिर से संबंधित प्रशासनिक विषयों के समाधान और कार्रवाई के समुचित निष्पादन का कार्य करेगा .
एक ट्रस्टी ने बताया कि नृपेन्द्र मिश्र भवन निर्माण समिति की बैठक करके निर्माण कार्य संबंधी कार्य योजना प्रस्तुत करेंगे.
मंदिर निर्माण के खाके के बारे में पूछे जाने पर एक ट्रस्ट के एक सदस्य ने बताया कि यह मूल रूप से विहिप द्वारा तैयार मॉडल के अनुरूप होगा लेकिन सुझावों के आधार पर कुछ बदलाव हो सकते हैं .
बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर सभी संवैधानिक संस्थाओं के प्रति आभार व्यक्त किया गया . इसमें एक अन्य प्रस्ताव पारित कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र सरकार की सजग भूमिका के लिये धन्यवाद दिया गया . इसमें रामभक्तों के प्रति आभार प्रकट किया गया है.
यह बैठक दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में स्थित ट्रस्ट के कार्यालय में हुई. बता दें कि अयोध्या भूमि विवाद (टाइटल सूट) में रामलला विराजमान के वकील रहे के परासरण के आवास पर ही ट्रस्ट का कार्यालय भी बनाया गया है. राम मंदिर निर्माण मुद्दे पर बैठक में नृत्यगोपाल दास के अलावा गृह मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव ज्ञानेश कुमार भी शामिल रहे. इनके अलावा कुछ अन्य सदस्य भी बैठक में शामिल होने पहुंचे.
- चम्पत राय
- अनिल मिश्रा
- धीनेन्द्र दास, निर्मोही अखाड़ा
- बासुदेवानन्द सरस्वती, शंकराचार्य, ज्योतिष मठ
- धर्मदास जी
- परमानंद जी महाराज
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में कुल सात सदस्य हैं, जिनमें से पांच नामांकित सदस्य हैं. बैठक के पहले बुधवार सुबह सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ट्रस्ट में दो रिक्त पदों को भरने के लिए विश्व हिंदू परिषद के उपाध्यक्ष चंपत राय और संत नृत्य गोपाल दास के नाम ट्रस्ट में शामिल किए जाने की अटकलें थीं.
इस संबंध में एक सूत्र ने बताया कि न्यास की पहली बैठक में उस सुझाव के बारे में चर्चा की जा सकती है कि क्या आम जनता से सहयोग राशि ली जानी चाहिए या नहीं.
ट्रस्ट की बैठक के पूर्व सूत्रों ने बताया कि शिलान्यास के मुहूर्त से लेकर निर्माण पूर्ण होने के लिए समयसीमा निर्धारित करने के मुद्दों पर भी चर्चा की जा सकती है. इसमें पारदर्शी तरीकों पर खास तौर पर ध्यान दिया जाएगा ताकि भविष्य में किसी तरह के विवाद से बचा जा सके.
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गौरतलब है कि शीर्ष अदालत द्वारा राम मंदिर के पक्ष में फैसला देने व मंदिर निर्माण के लिए न्यास के गठन के आदेश पर 5 फरवरी को केंद्र सरकार ने ट्रस्ट का एलान किया था.
न्यास के अन्य सदस्य हैं जगदगुरु शंकराचार्य, ज्योतिषपीठाधीश्वर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज (इलाहाबाद), जगदगुरु माधवाचार्य स्वामी विश्व प्रसन्नतीर्थ जी महाराज (उडुपी के पेजावर मठ से), युगपुरुष परमानंद जी महाराज (हरिद्वार), स्वामी गोविंददेव गिरि जी महाराज (पुणे) और विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र (अयोध्या) शामिल हैं.