नई दिल्लीः अनुच्छेद 370 पर कांग्रेस में जो टकराव था वह एनआरसी के मुद्दे पर भी खुलकर सामने आया है.
हरियाणा में कांग्रेस में टकराव को खत्म करने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने कुमारी शैलजा को पार्टी अध्यक्ष बनाया और भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष.
हरियाणा में चुनाव है और राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की एनआरसी की राजनीति में कुमारी शैलजा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा आपस में ही टकरा गए.
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इस मामले पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता मीम अफजल ने ईटीवी भारत से बातचीत की. बातचीत में उन्होंने कहा कांग्रेस में लोग आजाद हैं लोकतांत्रिक तरीके से अपना पक्ष रखने के लिए. शैलजा और हुड्डा जी ने इसी के तहत अपना बयान दिया है.
उन्होंने कहा, हरियाणा या उत्तर प्रदेश में जो कुछ भी हो रहा है वह चुनाव के मद्देनजर हो रहा है. भाजपा के लिए यह भावनाओं को उद्वेलित करने का मुद्दा है.
मीम अफजल ने आगे कहा, आसाम में भारी संख्या में भारतीय ही गैर भारतीय करार दिए गए. यह संभावना कहीं भी हो सकती है. एनआरसी में असम की गलती दोहराई जा सकती है.
एनआरसी को लेकर हरियाणा और उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार राजनीति कर रही है तो हम चाहते हैं कि पूरे देश में ही एनआरसी कानून लागू कर दी जाए .
भारतीय जनता पार्टी की राजनीति मूल मुद्दे से आम लोगों को भटका रही है. भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री एनआरसी जैसे मुद्दों पर बयान जारी कर राज्य की जनता को मूल मुद्दों से भटका रहे हैं.