नई दिल्ली : ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मीम अफजल ने कहा कि सिंधिया ने जो भी बातें भाजपा में शामिल होने के दौरान कहीं, वे अगर कांग्रेस पार्टी में रहकर कहते तो शायद उन सभी सलाहों पर कांग्रेस पार्टी विचार करके लोगों तक उसका फायदा भी पहुंचाती.
मीम अफजल ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि सिंधिया आज जो कुछ बात बाहर कर रहे हैं, हो सकता है, उन्होंने कभी पार्टी में भी की हो.
उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि सिंधिया ने बीजेपी में शामिल होने से पहले अगर सलाह दी होती तो शायद मैं उनकी सलाह में दम मानता. सिंधिया अब पार्टी छोड़ चुके हैं. अब वह जितना चाहें, उतनी सलाह दे लें. बरहाल सलाह देने का हर किसी को हक है. उन्हें भी है.'
दूसरी तरफ राहुल गांधी ने कहा कि सिंधिया अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर डर गए थे. इसलिए उन्होंने आरएसएस और भाजपा की विचारधारा को अपना लिया.
संसद में मीडिया से बातचीत के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'यह एक विचारधारा की लड़ाई है. मैं सिंधिया की विचारधारा को जानता हूं. वह मेरे साथ कॉलेज में पढ़ते थे. सिंधिया को अपने राजनीतिक भविष्य का डर लग गया था. इसलिए जो उनकी अपनी विचारधारा थी, उसको उन्होंने जेब में रख लिया और भाजपा के साथ चले गए.'
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ज्योतिरादित्य के बीजेपी में शामिल होने को लेकर राहुल गांधी ने यह दावा भी किया उनको वहां इज्जत नहीं मिल पाएगी, जो उन्हें कांग्रेस में मिला करती थी. उन्होंने कहा कि सच्चाई यह है कि वहां पर उनको न इज्जत मिलेगी और न ही उनकी दिल की भावनाओं को संतुष्टि और कुछ समय में वह यह बात खुद समझ जाएंगे.
बीजेपी में शामिल होने के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्य प्रदेश सरकार पर कई तरीके के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि 15 महीने तक सरकार चलाने के बाद भी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ वहां के लोगों की सेवा करने में असफल रहे. सिंधिया ने किसानों की ऋण मुक्ति से लेकर अन्य कई मुद्दों पर भी कमलनाथ सरकार के खिलाफ आरोप लगाए.